जींद, 2 मई . आगामी तीन माह में हर हाल में हैबतपुर में बनाए जा रहे मेडिकल कालेज में ओपीडी की शुरूआत हो जानी चाहिए. इसके साथ ही मेडिकल कालेज के साथ ही पैरामेडिकल कालेज को भी शुरू किया जाना है ताकि इसके लिए एडमिशन प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके. हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने स्पष्ट किया कि तय समयावधि में अगर ओपीडी शुरू नही होती है तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेवार होंगे.
शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में एसीएस सुधीर राजपाल, एचआरडीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर, जींद मेडिकल कालेज के ऑफिसिएटिंग डायरेक्टर राजीव महेंद्रू सहित अन्य आला अधिकारी की बैठक ली. बैठक में डिप्टी स्पीकर ने स्पष्ट किया कि वर्ष 2026 में एमबीबीएस कक्षाओं को लेकर विभाग हरसंभव प्रयास कर इसकी शुरूआत करे. वहीं नागरिक अस्पताल जींद में जो ट्रामा सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया है, उस पर भी विभागत त्वरित कार्रवाई अमल में लाए.
डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि उनके पिता स्व. डा. हरिचंद मिड्ढा का सपना था कि जींद का स्वास्थ्य को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो और लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना न पड़े. अपने स्वर्गीय पिता के इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. वर्ष 2025 में हर हाल में लोगों को हैबतपुर मेडिकल कॉलेज में ओपीडी की सुविधा मिल जानी चाहिए. संबंधित विभागीय अधिकारियों को तीन माह का समय है. यहां ओपीडी हर हाल में शुरू हो.
पहले प्रोजेक्ट था 565 करोड़ का और अब हो गया 1085 करोड़ का
हैबतपुर मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य जब शुरू हुआ था तो इसकी निर्माण कीमत लगभग 565 करोड़ थी. समय के साथ-साथ लागत बढ़ती गई और इस प्रोजेक्ट की कीमत 1085 करोड़ हो गई है. डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने स्पष्ट किया कि हैबतपुर मेडिकल कालेज निर्माण कार्य में देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही है. बजट को लेकर सरकार के पास कोई कमी नही है. साथ ही मेडिकल कालेज निर्माण कार्य की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए. डिप्टी स्पीकर ने हैबतपुर मेडिकल कालेज निर्माण एजेंसियों व अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता व समयसीमा को लेकर देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही की जाएगी.
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/ विजेंद्र मराठा
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