ऊना, 03 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश सरकार ने राजपूत समाज के उत्थान एवं कल्याण के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश राजपूत कल्याण बोर्ड का पुनर्गठन किया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित इस बोर्ड में सरकारी और गैर-सरकारी सदस्यों को शामिल किया गया है।
पूर्व बीडीसी सदस्य भूपिंदर सिंह राणा पुत्र गुरदास राम निवासी अप्पर अरनियाला को बोर्ड का सदस्य नामित किया गया है। उनके चयन से ऊना क्षेत्र में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि उनके अनुभव और समाज सेवा के प्रति समर्पण से राजपूत समाज के विकास कार्यों को नई दिशा मिलेगी।
बोर्ड में विभिन्न विभागों के मुख्य सचिव एवं सचिव स्तर के अधिकारी भी सदस्य बनाए गए हैं, ताकि सरकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।
भुपिंद्र सिंह ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा का तहे दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिस विश्वास और जिम्मेदारी के साथ उन्हें यह दायित्व सौंपा है, वे उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान, शिक्षा, युवाओं के रोजगार, सामाजिक न्याय और कल्याण से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उनका मानना है कि राजपूत कल्याण बोर्ड समाज के लिए एक मजबूत मंच है, जिसके माध्यम से समाज की समस्याओं का समाधान और हितों की रक्षा की जा सकती है। स्थानीय लोगों और समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने भी भुपिंद्र सिंह के मनोनयन पर प्रसन्नता व्यक्त की है। भुपिंद्र सिंह ने कहा कि वे हमेशा समाज की भलाई और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए बिना किसी राजनीति के समर्पित रहेंगे और सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को आमजन तक पहुंचाने का काम करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल
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