जम्मू, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . बाबा भैड देवस्थान ट्रस्ट (पंजीकृत) की एक आपात बैठक यहां आयोजित की गई, जिसमें ट्रस्ट के सदस्यों ने दो महीने पहले आई बाढ़ से मंदिर के बुनियादी ढांचे को हुए भारी नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की. बैठक में बताया गया कि नगरोटा तहसील के कटल बटल क्षेत्र में तवी नदी पर बना स्टील का पैदल पुल बाढ़ में बह गया, जिससे श्रद्धालुओं की मंदिर तक पहुंच पूरी तरह बाधित हो गई है. बैठक की अध्यक्षता ट्रस्ट निर्माण समिति के अध्यक्ष बी.एस. जम्वाल (सेवानिवृत्त डीसी) ने की. महासचिव रितेज खजूरिया और अन्य ट्रस्ट प्रतिनिधियों ने प्रशासन पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से मंदिर के बुनियादी ढांचे के उन्नयन की मांगें बार-बार उठाई गईं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया गया, जिससे मंदिर हालिया आपदा में अत्यधिक नुकसान का शिकार हुआ.
ट्रस्ट ने एनएमसी अध्यक्ष सुभाष शास्त्री, ट्रस्ट सलाहकार एडवोकेट पी.सी. शर्मा और अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर उपराज्यपाल एवं जम्मू-कश्मीर यूटी प्रशासन से अपील की कि 5 नवंबर 2025 से शुरू हो रहे कार्तिक पूर्णिमा के तीन दिवसीय मेले से पहले ऐथेम गांव से बाबा भैर देवस्थान तक के क्षतिग्रस्त छोटे पुलों (पुलियों) की मरम्मत तत्काल की जाए, ताकि भक्तों को असुविधा न हो. ट्रस्ट ने यह भी आरोप लगाया कि ऐथेम गांव से भैर देवस्थान तक सड़क निर्माण की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होने के बावजूद कुछ निहित स्वार्थों ने इस परियोजना को रोकने का प्रयास किया. बैठक में प्रशासन से नुकसान का मुआवजा देने और त्योहारी सीजन से पहले सभी सुविधाओं की बहाली सुनिश्चित करने की भी मांग की गई. इस अवसर पर ओम प्रकाश शर्मा, सुभाष शर्मा, पूर्व सरपंच कृपाल सिंह, एडवोकेट अंचित शर्मा, पवन शर्मा (रिंकू), जोगिंदर सिंह और अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित थे.
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
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