कानपुर, 27 मई . आईआईटी कानपुर न केवल शैक्षणिक कार्यों में अग्रणी है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
संस्थान में मौजूद सभी लोगों के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है. हम केवल एकेडमिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों में सक्रिय भागीदारी को भी प्रोत्साहित करते हैं. यह बातें मंगलवार को आईआईटी कानपुर के डिप्टी डायरेक्टर प्रो. ब्रज भूषण ने कही.
राष्ट्र सर्वोपरि की भावना को जगाने के मकसद से आईआईटी कानपुर में राष्ट्र प्रथम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस प्रोग्राम में स्टूडेंट्स के अलावा फैकल्टी मेंबर्स और सेना के विशिष्ट अतिथियों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और साथ ही राष्ट्रीय सेवा की भावना को सुदृढ़ किया गया.
देश के विकास में संस्थान की अहम भूमिका के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि एक संस्थान के रूप में राष्ट्र के विकास को आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है. तकनीक का सही ढंग से इस्तेमाल होने पर यह देश के लिए परिवर्तनकारी साबित हो सकती है.
आईआईटी कानपुर राष्ट्रीय विकास के लिए ट्रांसलेशनल अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दे रहा है. इनमें सस्टेनेबल शहरों के लिए एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शामिल है. जो बिजली और जल प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में टिकाऊ शहरी समाधान प्रदान करने पर केंद्रित है.
प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए स्टेशन कमांडर आर्मी और कानपुर छावनी बोर्ड ब्रिगेडियर शब्बारुल हसन सेना और आईआईटी कानपुर के बीच की साझेदारी की सराहना की. उन्होंने भारत के सैन्य इतिहास के बारे में बताते हुए ऑपरेशन कैक्टस, भारत-पाक युद्ध और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया. इसके साथ ही उन्होंने कानपुर में बने डिफेंस कॉरिडोर की रणनीतिक महत्ता की ओर भी ध्यान दिलाया, जो राष्ट्र निर्माण में सेना की भूमिका को दर्शाता है.
/ रोहित कश्यप
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