– 432 सूचनाकर्ताओं को ₹1.95 लाख इनामी की राशि अंतरित की
भोपाल, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार को जबलपुर में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विकसित अत्याधुनिक ‘वीमित्र ऐप’ का औपचारिक शुभारंभ किया. ऐप प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में विद्युत चोरी की रोकथाम के लिये एक डिजिटल क्रांति का प्रतीक बनकर उभरा है. मंत्री तोमर ने ‘वीमित्र ऐप’ के माध्यम से सटीक और प्रमाणिक सूचनाएं देने वाले 432 नागरिकों को 1.95 लाख की ईनाम की राशि डिजिटल माध्यम से अंतरित की.
मंत्री तोमर ने ऐप की उपयोगिता और इसके तकनीकी पक्ष पर प्रकाश डालते हुए यूज़र गाइड, शैक्षिक कार्टूनों से सजी प्रेरणादायक मैगजीन तथा विभागीय मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया. इन संसाधनों के माध्यम से आमजन एवं विभागीय कर्मियों को ऐप की कार्यप्रणाली को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी. उन्होंने ऐप के निर्माण के लिए कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी की सराहना करते हुए कहा कि वीमित्र ऐप न केवल विद्युत चोरी रोकने का एक प्रभावी उपकरण है, बल्कि यह शासन में पारदर्शिता और जन-सहभागिता को भी सशक्त बनाता है. मंत्री तोमर ने कहा कि इस पहल को प्रदेश की अन्य विद्युत वितरण कंपनियों में भी शीघ्र लागू किया जाए.
‘वीमित्र ऐप’ की अब तक की उपलब्धियाँ
इस अवसर पर बताया गया कि वीमित्र ऐप 1 जुलाई 2025 से प्रारंभ हुआ है. इसमें डाउनलोड्स- 23 हजार से अधिक, प्राप्त सूचनाएं 19 हजार 552, जाँच की गई सूचनाएं 9 हजार 091, सही पाई गई सूचनाएं 2 हजार 506, वितरित इनाम राशि: 8 लाख 17 हजार रुपये और कंपनी को लाभ 3 करोड़ 51 लाख रुपये हुआ. वीमित्र ऐप की एक खास बात यह है कि इसके माध्यम से सूचनाकर्ता गुमनाम रूप से भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुरक्षा या भय की भावना से मुक्त किया गया है. ऐप को एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स पर निशुल्क उपलब्ध कराया गया है. पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की यह पहल डिजिटल सशक्तिकरण, सामाजिक सहभागिता और प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है, जिसकी पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है.
ऊर्जा मंत्री तोमर ने “क्विक डेस्क हेल्पलाइन” का किया शुभारंभ
Madhya Pradesh में बिजली उपभोक्ताओं को अधिक बेहतर, त्वरित और पारदर्शी सेवाएँ प्रदान करने की दिशा में एक नई पहल की शुरुआत की गई है. ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार को जबलपुर स्थित 1912 निदान कॉल सेंटर में क्विक डेस्क हेल्पलाइन का औपचारिक शुभारंभ किया. Madhya Pradesh पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शुरू की गई यह सुविधा विशेष रूप से 10 किलोवॉट या उससे अधिक के LT, HV एवं HT श्रेणी के प्रीमियम उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए प्रारंभ की गई है.
इस व्यवस्था के तहत उपभोक्ताओं द्वारा दर्ज की गई शिकायतें सीधे संबंधित कार्यपालन अभियंता को प्रेषित की जाती हैं, जो स्वयं उपभोक्ताओं से संपर्क कर समस्या का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करते हैं. यदि निर्धारित समय-सीमा में शिकायत का समाधान नहीं होता, तो वृत्त के अधीक्षण अभियंता व्यक्तिगत रूप से प्रकरण की निगरानी कर निराकरण सुनिश्चित करते हैं. ऊर्जा मंत्री तोमर ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे न केवल उपभोक्ताओं को त्वरित समाधान की सुविधा प्राप्त होगी, बल्कि बिजली कंपनी के प्रति विश्वास भी और मजबूत होगा.
मंत्री तोमर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों का निराकरण 4 घंटे के भीतर सुनिश्चित किया जाए और सभी अधिकारी एवं कर्मचारी फील्ड में सक्रियता से कार्य करें. उन्होंने कॉल सेंटर की सुदृढ़ कार्यप्रणाली, स्वच्छ वातावरण एवं कर्मचारी-अनुकूल व्यवस्था की भी सराहना की तथा उपभोक्ताओं को और बेहतर सेवाएं प्रदान करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
ऊर्जा मंत्री तोमर ने “प्रेरणा” पहल के दिव्यांगो को किया सम्मानित
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार जबलपुर प्रवास के दौरान Madhya Pradesh पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड की अभिनव “प्रेरणा” पहल के अंतर्गत नियुक्त दिव्यांगजनों एवं विधवा महिलाओं को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया. आउटसोर्स एजेंसी मैग्नम सुपर डिस्ट्रीब्यूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से नियुक्त इन कर्मचारियों के समर्पित योगदान की सराहना करते हुए मंत्री तोमर ने कहा कि यह पहल सामाजिक समावेशिता और मानवीय संवेदना का उत्कृष्ट उदाहरण है.
इस प्रयास के लिए प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी एवं मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन) संपदा सराफ गुर्जर की सराहना की पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा शुरू की गई “प्रेरणा – प्रतिभा, रोज़गार एवं रिफार्म की नई आशा” पहल का उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों—विशेषकर दिव्यांग, विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओं—को रोजगार के माध्यम से सशक्त बनाना है.
इस अवसर पर मंत्री तोमर ने कहा कि “प्रेरणा पहल यह सिद्ध करती है कि प्रतिभा किसी परिस्थिति की मोहताज नहीं होती. यदि अवसर और सही मार्गदर्शन मिले, तो हर व्यक्ति अपने जीवन को नए अर्थ दे सकता है.” “प्रेरणा” केवल एक कंपनी की योजना नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता, आत्मनिर्भरता और करुणा की दिशा में उठाया गया एक प्रेरणादायक कदम है, जो समाज के उन कोनों में भी उजाला पहुंचा रहा है जहाँ अब तक केवल अंधेरा था.
(Udaipur Kiran) तोमर
You may also like
टैक्स बचत के लिए 10 बेहतरीन निवेश विकल्प: जानें रिटर्न और लॉक-इन अवधि
अमीनाबाद में लगी स्मार्ट चौपाल, स्मार्ट मीटर से जुड़ी शंकाओं का किया समाधान
हम सबको स्वदेशी संकल्प से देश की आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करनी है : सुरेंद्र मैथानी
एक भूल से लड़के की लग गई 'लॉटरी,` विराट कोहली और एबी डिविलियर्स के आने लगे कॉल
16 साल की लड़की को लग गई गलत` लत रोज रात लिपट जाती थी मोबाइल से पिता पहुंचा थाने मामला जान पुलिस भी दंग