रांची, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । बजरंग दल का अखंड भारत संकल्प दिवस बरियातू के बाल्मीकिनगर के स्वामी प्रणवानंद बिरसा मुंडा छात्रावास इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बजरंग दल के प्रांत संयोजक सह विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त सहमंत्री रंगनाथ महतो उपस्थित रहे।
संबोधन में उन्होंने कहा कि इस देश के सत्ता लोलुप लोगों ने जब-जब चाहा इस देश को खंडित करने से नहीं चुका। उन्होंने कहा कि भारत दो शब्दों को मिलाकर बना है। भारत भा का अर्थ है आभा-प्रकाश और रत का अर्थ है संलग्न अर्थात जो देश ज्ञान रूपी प्रकाश में संलग्न रहा है। उसी का नाम भारत वर्ष है और इसीलिए हमारे पुरखों ने बहुत पहले ही यहां से उद्घोष किया। असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय।
हमारा देश तीन सौ ईसा पूर्व से संघर्ष कर रहा है। इस संघर्ष में छोटी मोटी अनेक जातियां राष्ट्र विरोधी शक्तियों में विलीन हो गईं। कुछ को हमने मार पीट कर भगा दिया तो कुछ को हमने पचा दिया। दुनिया में कोई शक्तिशाली देश था तो वह भारत था। कहते हैं यहां दूध की नदियां बहती थी। परन्तु कालांतर में हमसे अनेक भूलें हुईं फलस्वरूप संपूर्ण जम्बूद्वीप पर शासन करने वाले सिमटते गए और रही सही कसर सन् 1947 के विभाजन ने कर दिया। यह विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था। दस लाख हिन्दुओं के शवों पर और लाखों हिन्दू माताओं, बहनों की पाशविक दुष्कर्म की कीमत पर हमें यह खंडित आजादी प्राप्त हुई है। हमारे लिए पंद्रह अगस्त खुशी से ज्यादा दुखी होने का तथा पुनः इस देश को अखंड करने का संकल्प लेने का दिन है। कार्यक्रम का समापन देशभक्ति गीत और जयघोष के साथ सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में बजरंग दल के पूर्व महानगर संयोजक प्रकाशचंद्र सिन्हा, छात्रावास प्रमुख बीरेंद्र ठाकुर, गणेश सहित छात्रावास के कई छात्र उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
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