सिरसा, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । सिरसा जिला परिषद के सीईओ और विधायक गाेकुल सेतिया प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर कुम्हार समाज के पदाधिकारी गुरुवार को सिरसा में पत्रकारों से रूबरू हुए और कहा कि विधायक द्वारा कुम्हार समाज को इस प्रकरण में शामिल करना गलत है। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते विधायक को इस प्रकार की बातें शोभा नहीं देती। अगर विधायक विधायक द्वारा कुम्हार समाज को इस मामले में घसीटा गया तो समाज चुप नहीं बैठेगा और विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलने का काम करेगा।
जिला कुम्हार सभा सिरसा के प्रधान कुंभाराम प्रजापति ने बताया कि इस विवाद को बढऩे से रोकने के लिए जिले के सरपंचों ने एक ज्ञापन डीसी सिरसा को देने के लिए कुम्हार धर्मशाला में मीटिंग की थी, लेकिन विधायक गोकुल सेतिया ने इस बैठक को कुम्हार समाज की मीटिंग बताते हुए सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप बयानबाजी की, जोकि संवैधानिक तौर पर एक जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देती।
अखिल भारतीय प्रजापति महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. रामचंद्र लिंबा ने पूरे प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया कि उपायुक्त के छुट्टी पर होने के कारण सीईओ की डबवाली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में ड्यूटी लगी हुई थी। विधायक ने सफाई बाबत उन्हें फोन किया, लेकिन वो फोन कार्यालय समय में नहीं किया गया, लेकिन इसके बाद भी सीईओ ने उनके मैसेज का रिप्लाई देते हुए संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी लगाई, लेकिन इतना सब करने के बावजूद विधायक सेतिया ने उनकी गाड़ी का पीछा किया, जोकि समझ से परे की बात है।
प्रो. लिंबा ने कहा कि जोश के साथ होश का होना भी जरूरी है, इसलिए विधायक सेतिया किसी भी बात को बोलने से पहले होश में रहें, ताकि इस प्रकार के विवाद फिर से न उत्पन्न हों। कुम्हार समाज ही नहीं सर्वसमाज की ओर से विधायक से आग्रह है कि वो अपनी मर्यादा में रहकर व्यववहार करें। इस मौके पर पूर्व प्रधान रामानंद निराणिया, पूर्व प्रधान दलीप वर्मा, उपप्रधान जीत सिंह, धीरज महारूद्रा, गोपीराम निराणिया, पूर्व सरपंच आदराम गोरीवाला, पूर्व सरपंच इंद्राज नौखवाल, पूर्व सरपंच भागीराम, गुरदेव राही पूर्व चेयरमैन, पृथ्वी सिंह मलेठिया, ताराचंद केलनियां, सोहनलाल फौजी केलनियां, राजेश जलंधरा केलनियां उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि दो रोज पूर्व विधायक विधानसभा क्षेत्र के गांवों के दौरे पर थे। इस दौरान सफाई व्यवस्था को लेकर विधायक ने सीईओ को फोन लगाया, जिस पर दोनों में खूब तकरार हुई। फोन पर सीईओ ने कहा कि मैं सरकार का काम कर रहा हूं, विधायक का गुलाम नहीं हूं। इस बात से नाराज होकर विधायक सीधे सीईओ कार्यालय में पहुंच गए, लेकिन तब तक सीईओ सुभाष चंद्र डबवाली के निकल गए। विधायक ने सीईओ की गाड़ी का पीछा किया था। इस प्रकरण का वीडिया सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। विधायक ने कहा कि इस मामले को वे विधानसभा में उठाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
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