दुबई, 03 मई . एप्पल के नए आईफोन में खामी मिलने से मैलवेयर का खतरा बढ़ गया है. मैलवेयर सॉफ्टवेयर में किसी भी कंप्यूटर या अन्य नेटवर्क को नुकसान पहुंचाने की क्षमता होती है. इसे यूजर्स का संवेदनशील डेटा चुराने के लिए डिजाइन किया जाता है. यह वायरस, वॉर्म, ट्रोजन, रैंसमवेयर और स्पाइवेयर के माध्यम से यूजर्स की निजता पर सेंध लगाता है.
गल्फ न्यूज के अनुसार, न्यूयॉर्क पोस्ट ने इस पर ओलिगो सिक्योरिटी के हालिया शोध पर खबर प्रकाशित की है. इसमें कहा गया है कि नए आईफोन को बेहतरीन स्पीकर और स्मार्ट टीवी पर संगीत, फोटो और वीडियो को सहजता से स्ट्रीम करने की क्षमता से सुसज्जित किया गया है. यह सुविधा यूजर्स के लिए संभावित साइबर सुरक्षा जोखिमों की ओर इशारा करती है.खासकर जब आईफोन को सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट किया गया हो. यह एक तरह का एयरबोर्न है.
खबर में कहा गया है कि एयरबोर्न साइबर अपराधियों को एक ही वाई-फाई नेटवर्क पर डिवाइस में घुसपैठ करने की अनुमति दे सकता है. एयरबोर्न हैकर्स को मैलवेयर के माध्यम से यूजर्स के निजी डेटा पर नजर रखने और यहां तक कि वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट होने पर बातचीत को सुनने की अनुमति देता है. यह वाई-फाई नेटवर्क हवाई अड्डे, कॉफी शॉप या यहां तक कि यूजर्स के कार्यालय के हो सकते हैं.
ओलिगो सिक्योरिटी के शोध में एप्पल के आईफोन में दिए गए एयरप्ले के सॉफ्टवेयर में 23 खामियां मिली हैं. इनमें से दो विशेष रूप से खतरनाक हैं.यह हमलावरों को आईफोन को हथियार बनाने और उसी स्थानीय नेटवर्क पर अन्य डिवाइस में मैलवेयर फैलाने में सक्षम बनाती हैं. शोध में चेतावनी दी गई है कि साइबर अपराधी दुर्भावनापूर्ण कोड निष्पादित करने, यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी चुराने, डिवाइस को क्रैश करने और बातचीत सुनने के लिए एयरप्ले बग का फायदा उठा सकते हैं. हालांकि एप्पल ने 31 मार्च को अपने आईफोन, आईपैड, मैक और एप्पल विजिन प्रो डिवाइस के लिए सुरक्षा अपडेट जारी किए हैं, लेकिन एयरप्ले का उपयोग करने वाले थर्ड-पार्टी डिवाइस को लेकर अभी भी चिंता बनी हुई है. इसकी वजह यह है कि एयरप्ले को एप्पल सीधे नियंत्रित नहीं करता.
एप्पल के प्रवक्ता ने डेलीमेलडॉटकॉम से कहा कि साइबर अपराधी इन कमियों का फायदा तभी उठा सकते हैं, जब वे उसी वाई-फाई नेटवर्क पर हों. इस टिप्पणी के बाद ओलिगो सिक्योरिटी ने अनुमान जताया है कि लाखों थर्ड-पार्टी डिवाइस असुरक्षित हैं. भले ही यूजर्स का आईफोन पूरी तरह से अपडेट हो, लेकिन उसी नेटवर्क से जुड़ा एक उपेक्षित ब्लूटूथ स्पीकर या स्मार्ट टीवी हैकर्स के लिए बैकडोर का काम कर सकता है.
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/ मुकुंद
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