दिवाली का उत्सव खत्म हो चुका है, लेकिन इसके बाद का साइड इफेक्ट अब सामने आने लगा है। राजस्थान के बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक रूप से गिर गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आतिशबाजी और वाहन उत्सर्जन के कारण शहरों की हवा बहुत खराब हो गई है।
हाल के आंकड़ों के अनुसार, भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) “बहुत खराब” (Very Poor) श्रेणी में पहुंच गया है। यह स्थिति इसे देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल कर देती है। वहीं, राजधानी जयपुर और कोटा जैसे टूरिस्ट और शिक्षा के हब की हवा भी 'खराब' (Poor) श्रेणी में दर्ज की गई है।
वायु गुणवत्ता विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली पर जलाई गई पटाखों, वाहनों के बढ़ते उत्सर्जन और औद्योगिक गतिविधियों के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। “यह समय लोगों की स्वास्थ्य के लिए बहुत संवेदनशील है। बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है,” विशेषज्ञ [नाम] ने कहा।
भिवाड़ी और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्री और ट्रैफिक प्रदूषण भी AQI बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ, तो लोगों को मास्क पहनने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जाएगी।
जयपुर और कोटा में भी स्थिति चिंताजनक है। पर्यटकों और छात्रों के लिए यह स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा कर सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें, बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से बचाएं और पानी अधिक मात्रा में पिएं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण विशेषज्ञों ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए दिवाली पर पटाखों का उपयोग कम करना और वाहनों की संख्या नियंत्रित करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण उपायों को कड़ाई से लागू किया जाए।
स्थानीय प्रशासन ने भी प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए चेतावनी जारी की है। भिवाड़ी और जयपुर प्रशासन ने स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थलों में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। वहीं, हवा की गुणवत्ता की निगरानी के लिए अतिरिक्त उपकरण लगाए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता में गिरावट हर साल होती है, लेकिन इस बार स्तर बहुत अधिक खराब है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे मास्क पहनें, बाहर के प्रदूषित वातावरण में लंबी अवधि तक समय न बिताएं और अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने में योगदान दें।
अंततः, दिवाली का त्योहार समाप्त होने के बाद राजस्थान के शहरों में वायु गुणवत्ता की स्थिति चिंताजनक हो गई है। भिवाड़ी देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गया है, जबकि जयपुर और कोटा में भी हवा 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है। प्रशासन और विशेषज्ञों ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है और प्रदूषण कम करने के लिए आवश्यक उपायों को लागू करने का भरोसा दिया है।
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