मुंबई की बारिश किसी से छिपी नहीं है। जब यहाँ बारिश होती है,तो सड़कें नदियाँ बन जाती हैं,ट्रेनें रुक जाती हैं और ऑफिस पहुँचना किसी जंग लड़ने से कम नहीं होता। ऐसे में हर कर्मचारी अपने बॉस से बस एक ही उम्मीद करता है -'वर्क फ्रॉम होम' (WFH)मिल जाए। लेकिन सोचिए,अगर ऐसे मुश्किल हालात में आपका बॉस आपकी बात न समझे तो?ऐसा ही एक मामला आजकल सोशल मीडिया पर छाया हुआ है,जहाँ एक बॉस और कर्मचारी के बीच हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया है। यह बातचीत जितनी मज़ेदार है,उतनी ही आज के कॉर्पोरेट कल्चर पर एक सटीक टिप्पणी भी है।क्या है इस वायरल चैट में?एक कर्मचारी ने भारी बारिश का हवाला देते हुए अपने बॉस को मैसेज किया और घर से काम करने की इजाज़त मांगी। उसने बताया कि बाहर निकलना कितना मुश्किल है।लेकिन,बॉस ने उसकी मुश्किल को समझने के बजाय जवाब दिया, "बारिश कोई बहाना नहीं है। छाता लो और ऑफिस के लिए निकलो।"कर्मचारी का जवाब जिसने दिल जीत लियाबॉस का ऐसा जवाब सुनकर शायद कोई भी गुस्सा हो जाता या चुप रह जाता। लेकिन इस कर्मचारी ने जो जवाब दिया,उसने इंटरनेट पर सबका दिल जीत लिया। उसने अपने बॉस को एक नाव (Boat)की तस्वीर भेजी और साथ में लिखा, "ठीक है,लेकिन क्या आप मेरे आने-जाने का खर्चा (conveyance)भर देंगे?"कर्मचारी का यह अनोखा और मज़ेदार जवाब सीधा संदेश दे रहा था कि जब हालात इतने खराब हैं कि ऑफिस आने के लिए नाव की ज़रूरत पड़ जाए,तब ऑफिस बुलाना कितना गलत है।लोगों ने क्या कहा?यह चैट जैसे ही सोशल मीडिया पर आई,वायरल हो गई। लोग कर्मचारी के हाजिरजवाबी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। किसी ने कहा, "इसे कहते हैं प्रमोशन वाला जवाब,"तो किसी ने लिखा, "आज के ज़माने में बॉस को ऐसे ही समझाना पड़ता है।" यह मज़ेदार घटना दिखाती है कि कैसे कर्मचारी अब चुपचाप सब कुछ सहने के बजाय,अपनी बात रखना सीख गए हैं,भले ही तरीका थोड़ा मज़ाकिया क्यों न हो।
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