बुधवार, 23 अप्रैल को दोपहर 12.40 बजे सूर्य और चंद्रमा मिलकर अशुभ वैधृति योग बनाएंगे। ज्योतिष में इस योग को अशुभ माना जाता है, जो मन और कार्यक्षमता दोनों को प्रभावित करता है। सूर्य आत्मा, नेतृत्व और आत्मविश्वास का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये दोनों ग्रह वैधव्य योग में आते हैं तो व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो सकती है और मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
सूर्य और चंद्रमा के अशुभ वैधृति योग का राशियों पर प्रभावबुधवार, 23 अप्रैल को सूर्य और चंद्रमा के अशुभ संयोग का तीन राशियों पर विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस राशि के लोगों को इस दौरान मानसिक उथल-पुथल, काम में बाधाएं और पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आइए विस्तार से जानें कि इसका किस राशि के लोगों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए यह अवधि मानसिक तनाव और उलझन से भरी हो सकती है। मन बार-बार भटक सकता है और आप महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। छोटी-छोटी बातों पर अधिक सोचने की आदत आपको भ्रमित कर सकती है। इस समय कोई भी बड़ा निर्णय लेना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। बेहतर होगा कि आप अपनी दिनचर्या में ध्यान और प्राणायाम को शामिल करें तथा किसी अनुभवी या विश्वसनीय व्यक्ति से सलाह लेने के बाद ही कोई निर्णय लें। भावनाओं में बहकर निवेश या रोजगार से जुड़ा कोई बड़ा कदम न उठाएं।
कन्यायह संयोग कन्या राशि के लोगों के लिए कार्यस्थल पर चुनौतियां ला सकता है। कड़ी मेहनत के बावजूद अपेक्षित परिणाम न मिलने से आपका आत्मविश्वास कम हो सकता है। बॉस या सहकर्मियों के साथ मतभेद होने की संभावना है, जिससे काम में बाधाएं आ सकती हैं। ऐसे समय में यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने कार्यों को समय पर पूरा करने का प्रयास करें और धैर्य बनाए रखें। किसी भी प्रकार के तर्क या संघर्ष से बचें, विशेषकर व्यावसायिक माहौल में; अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मकर
मकर राशि वालों के लिए यह अवधि स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन को लेकर थोड़ी चिंताजनक हो सकती है। शारीरिक थकान या छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इसके साथ ही परिवार में किसी बात को लेकर तनाव या ग़लतफ़हमी हो सकती है, जिससे मानसिक शांति भंग हो सकती है। इस समय आपको अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा अपने परिवार के साथ संवाद बनाए रखना बहुत जरूरी होगा। नकारात्मक विचारों और अकेलेपन से दूर रहने की कोशिश करें।
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