गोवा की राजनीति से आज एक बहुत बड़ी और दुखद खबर सामने आई है। गोवा के कृषि मंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके दिग्गज नेता श्री रवि नाइक का बुधवार को79साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उनके जाने से गोवा की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है।पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें पोंडा स्थित उनके घर पर दिल का दौरा पड़ा था,जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया,जहाँ डॉक्टरों ने देर रात करीब1बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर फैलते ही उनके घर पर हज़ारों समर्थकों की भीड़ जमा हो गई,जो अपने प्रिय नेता को आखिरी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।गोवा की राजनीति के'अजेय योद्धा'रवि नाइक सिर्फ एक नेता नहीं,बल्कि गोवा की राजनीति के वो स्तंभ थे,जिन्होंने दशकों तक प्रदेश की सेवा की। उनका राजनीतिक सफर किसी मिसाल से कम नहीं:वेसात बार विधायकचुने गए,जो दिखाता है कि जनता में उनकी पकड़ कितनी मज़बूत थी।उन्होंने एमजीपी,कांग्रेस और बीजेपी जैसी अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ा और जीता,जो उनकी स्वीकार्यता को दर्शाता है।वेदो बार गोवा के मुख्यमंत्रीबने और राज्य को एक नई दिशा दी।इसके अलावा वे उत्तरी गोवा सेसांसदभी रहे।गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गहरा दुःख जताते हुए कहा कि रवि नाइक जी एक दिग्गज और विनम्र नेता थे,जिनका गोवा के विकास में योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।एक दिलचस्प किस्सा: जब सिर्फ6दिन के लिए बने मुख्यमंत्रीरवि नाइक का एक कार्यकाल जनवरी1991से मई1993तक चला,लेकिन उनके नाम एक अनोखा रिकॉर्ड भी है। साल1994में,वे गोवा के इतिहास मेंसबसे कम समय तक मुख्यमंत्रीरहने वाले व्यक्ति बने। उनका वह कार्यकाल सिर्फ6दिनों (2अप्रैल से8अप्रैल तक) का था।रवि नाइक के निधन से गोवा की राजनीति में एक ऐसी खाली जगह बन गई है,जिसे भरना शायद मुश्किल होगा।
You may also like
मुंबई : एमवीए प्रतिनिधिमंडल की चुनाव आयोग से मुलाकात, पारदर्शी चुनाव की मांग, 'वोट चोरी' पर जांच की अपील
Jio नेटवर्क हुआ ठप, सैकड़ों यूजर्स परेशान, नहीं कर पा रहे कॉलिंग और इंटरनेट का इस्तेमाल
नहर पटरी क्षेत्र में मिला हाथी का शव
निवेश की सही परख बना सकती है मालामाल: प्रो बत्रा
सऊदी अरब में सुलतानपुर निवासी युवक की संदिग्ध हालत में मौत, शव पहुंचा गांव