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जिम में पाउडर वाले डिब्बे... बॉडी बना रहे हैं या दिल को बना रहे हैं बीमार? डॉक्टर से जानिए कड़वा सच

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आजकल हर युवा के मन में एक सपना है - फिट दिखना,बॉडी बनाना,और शायद अपने पसंदीदा हीरो जैसे सिक्स-पैक एब्स पाना। इस सपने को जल्दी से पूरा करने के लिए जिम में घंटों पसीना बहाने के साथ-साथ एक और चीज हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई है - रंग-बिरंगे डिब्बों में आने वाले प्रोटीन और बॉडी-बिल्डिंग सप्लीमेंट्स।जिम का ट्रेनर हो या दोस्त,हर कोई इन्हें‘मसल्स की ग्रोथ’के लिए जरूरी बताता है। लेकिन क्या हमने कभी उस चमकदार डिब्बे के पीछे छिपी सच्चाई जानने की कोशिश की है?क्या यह पाउडर हमारे दिल के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है?यह सवाल जितना जरूरी है,इसका जवाब उतना ही चौंकाने वाला और गंभीर है। चलिए आज एक डॉक्टर के नजरिए से समझते हैं कि यह‘प्रोटीन का डब्बा’आपके दिल का दोस्त है या दुश्मन।हर सप्लीमेंट एक जैसा नहीं होतासबसे पहले यह समझना जरूरी है कि अच्छी क्वालिटी का,सादा व्हेय प्रोटीन (Whey Protein)अगर सही मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से लिया जाए,तो वह आमतौर पर सुरक्षित होता है। असली खतरा उन सप्लीमेंट्स में छिपा है जो सिर्फ प्रोटीन से कहीं बढ़कर हैं।खतरा कहाँ छिपा है?मिलावटी स्टेरॉयड्स (Steroids):यह सबसे बड़ा और सबसे खतरनाक धोखा है। जल्दी और‘चमत्कारी’रिजल्ट दिखाने के लिए कई सप्लीमेंट बनाने वाली कंपनियां या बेचने वाले लोग चुपके से इनमें एनाबॉलिक स्टेरॉयड्स या हॉर्मोन्स मिला देते हैं। ये स्टेरॉयड्स आपकी मसल्स तो फुला देते हैं,लेकिन साथ ही आपके दिल की मांसपेशियों को भी मोटा और कठोर बना देते हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और कम उम्र में ही हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।छिपे हुए उत्तेजक पदार्थ (Stimulants):कई‘प्री-वर्कआउट’सप्लीमेंट्स में बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन या दूसरे ऐसे केमिकल होते हैं जो आपके शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं। यह आपके दिल पर अचानक बहुत ज्यादा दबाव डाल देते हैं,जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है और लंबे समय में दिल कमजोर हो सकता है।नकली और सस्ते सप्लीमेंट्स का जहर:बाजार में बिकने वाले कई सस्ते और नकली सप्लीमेंट्स में लेड,पारा,और आर्सेनिक जैसी भारी धातुएं हो सकती हैं,जो बनाने की खराब प्रक्रिया के कारण उनमें आ जाती हैं। यह जहर सिर्फ आपके दिल के लिए ही नहीं,बल्कि किडनी और लिवर के लिए भी बेहद खतरनाक है।तो क्या करें?बॉडी बनाएं या दिल बचाएं?आपको बॉडी बनाने का सपना छोड़ने की जरूरत नहीं है,बस स्मार्ट और सावधान रहने की जरूरत है:असली प्रोटीन खाने पर ध्यान दें:सप्लीमेंट का मतलब है‘पूरक’,यानी जो कमी को पूरा करे। यह असली खाने का विकल्प नहीं है। अपनी प्रोटीन की जरूरत को अंडा,दूध,पनीर,दालें,सोयाबीन और चिकन जैसे प्राकृतिक स्रोतों से पूरा करें।जिम ट्रेनर नहीं,डॉक्टर से सलाह लें:कोई भी सप्लीमेंट शुरू करने से पहले हमेशा एक योग्य डॉक्टर से बात करें। वो आपकी जरूरत और शरीर के हिसाब से सही सलाह देंगे।लेबल को ध्यान से पढ़ें:हमेशा भरोसेमंद और प्रमाणित ब्रांड का ही सप्लीमेंट खरीदें। उसके लेबल पर दी गई सामग्री को ध्यान से पढ़ें। अगर उसमें ऐसे तत्व हैं जिनका नाम आप जानते भी नहीं,तो उससे दूर रहें।‘जादुई’नतीजों के झांसे में न आएं:जो भी सप्लीमेंट आपको रातों-रात बॉडी बनाने का वादा करे,समझ लीजिए कि उसमें गड़बड़ है। अच्छी बॉडी बनाने में समय और मेहनत लगती है।याद रखिए,सिक्स-पैक एब्स शायद कुछ सालों के लिए अच्छे लगें,लेकिन एक स्वस्थ दिल पूरी जिंदगी आपके साथ रहता है। शॉर्टकट के चक्कर में अपनी सेहत के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ करना समझदारी नहीं है।
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