इस्लामाबाद: पाकिस्तान और अजरबैजान के रक्षा संबंध हालिया महीनों में तेजी से बेहतर हुए हैं। अजरबैजान उन देशों में एक है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुलकर पाकिस्तान की तरफदारी की थी। दोनों देशों ने अपने संबंधों में बेहतरी के लिए अब एक नया कदम उठाया है। पाकिस्तान की सेना और JF-17 थंडर लड़ाकू विमान अजरबैजान की विजय दिवस परेड में शामिल हो रहे हैं। पाकिस्तानी जेट और सेना की टुकड़ी अजरबैजान पहुंच गई है। इतना ही नहीं असीम मुनीर और शहबाज शरीफ भी अजरबैजान पहुंचे हैं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने शनिवार को इसकी जानकारी दी है।
अजरबैजान 8 नवंबर को साल 2020 में आर्मेनिया के खिलाफ 44 दिनों तक चले काराबाख युद्ध में जीत के उपलक्ष्य में विजय दिवस मनाया जाता रहा है। अजरबैजान का यह 5वां विजय दिवस है। तरार ने कहा है कि पाकिस्तान-अजरबैजान की दोस्ती अटूट है। ऐसे में पाकिस्तानी सैनिक और JF-17 जेट अजरबैजान की विजय परेड में शामिल होने के लिए गए हैं।
शहबाज शरीफ पहुंचे हैं बाकूअजरबैजान की राजधानी बाकू स्थित पाकिस्तान दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शहबाज शरीफ और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव की तस्वीर पोस्ट की है। शहबाज शरीफ विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए गए हैं। पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भी अलीयेव के साथ बैठक की है। बैठक में दोनों देशों के बीच कई तरह की डील हुई हैं।
JF-17 थंडर ब्लॉक-III लड़ाकू विमानों के साथ पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) का एक दस्ता बीते महीने द्विपक्षीय हवाई युद्ध अभ्यास में भाग लेने के लिए अजरबैजान पहुंचा था। यह दिखाता है कि पाकिस्तान और अजरबैजान की वायु सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष काम कर रहे हैं। पाकिस्तानी विमानों का अजरबैजान की परेड में जाना इसका सबूत है।
कितना ताकतवर JF-17 जेटJF-17 को पाकिस्तानी वायुसेना का सबसे अहम विमान है। यह चौथी पीढ़ी का सिंगल इंजन वाला मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। इसे पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (पीएसी) और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (सीएसी) ने मिलकर बनाया है। JF-17 का इस्तेमाल कई तरह की भूमिकाओं के लिए किया जा सकता है।
JF-17 थंडर विमान की ड्रॉप टैंकों के साथ उड़ान क्षमता 3,482 किलोमीटर (2,163 मील) है। इसका अधिकतम टेक-ऑफ वजन: 13,500 किलोग्राम है। यह हवा से हवा, हवा से सतह और जहाज रोधी मिसाइलें, निर्देशित और अनिर्देशित बम गिरा सकता है। JF-17 में 23 मिमी जीएसएच-23-2 ट्विन बैरल गन लगी है। JF-17 थंडर की सर्विस सीलिंग 50,000 फीट है।
अजरबैजान 8 नवंबर को साल 2020 में आर्मेनिया के खिलाफ 44 दिनों तक चले काराबाख युद्ध में जीत के उपलक्ष्य में विजय दिवस मनाया जाता रहा है। अजरबैजान का यह 5वां विजय दिवस है। तरार ने कहा है कि पाकिस्तान-अजरबैजान की दोस्ती अटूट है। ऐसे में पाकिस्तानी सैनिक और JF-17 जेट अजरबैजान की विजय परेड में शामिल होने के लिए गए हैं।
शहबाज शरीफ पहुंचे हैं बाकूअजरबैजान की राजधानी बाकू स्थित पाकिस्तान दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शहबाज शरीफ और अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव की तस्वीर पोस्ट की है। शहबाज शरीफ विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए गए हैं। पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भी अलीयेव के साथ बैठक की है। बैठक में दोनों देशों के बीच कई तरह की डील हुई हैं।
JF-17 थंडर ब्लॉक-III लड़ाकू विमानों के साथ पाकिस्तान वायु सेना (पीएएफ) का एक दस्ता बीते महीने द्विपक्षीय हवाई युद्ध अभ्यास में भाग लेने के लिए अजरबैजान पहुंचा था। यह दिखाता है कि पाकिस्तान और अजरबैजान की वायु सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष काम कर रहे हैं। पाकिस्तानी विमानों का अजरबैजान की परेड में जाना इसका सबूत है।
कितना ताकतवर JF-17 जेटJF-17 को पाकिस्तानी वायुसेना का सबसे अहम विमान है। यह चौथी पीढ़ी का सिंगल इंजन वाला मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। इसे पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (पीएसी) और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (सीएसी) ने मिलकर बनाया है। JF-17 का इस्तेमाल कई तरह की भूमिकाओं के लिए किया जा सकता है।
JF-17 थंडर विमान की ड्रॉप टैंकों के साथ उड़ान क्षमता 3,482 किलोमीटर (2,163 मील) है। इसका अधिकतम टेक-ऑफ वजन: 13,500 किलोग्राम है। यह हवा से हवा, हवा से सतह और जहाज रोधी मिसाइलें, निर्देशित और अनिर्देशित बम गिरा सकता है। JF-17 में 23 मिमी जीएसएच-23-2 ट्विन बैरल गन लगी है। JF-17 थंडर की सर्विस सीलिंग 50,000 फीट है।
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