मॉस्को: भारत के दोस्त रूस ने पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। आईएसआई का जासूसी नेटवर्क रूस से वायु रक्षा प्रणालियों की तकनीक की तस्करी की कोशिश में लगा हुआ था। इस खुलासे के सामने आने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। मॉस्को स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने रूसी उपकरणों की तस्करी की रिपोर्टिंग को लेकर भारतीय मीडिया पर हमला बोला है। पाकिस्तानी दूतावास ने तो इसे मनगढ़ंत कहानी बता दिया और आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
पाकिस्तानी दूतावास ने जारी किया बयान
दूतावास ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिए एक बयान में कहा कि यह खबर आलोचकों की हताशा को दिखाती है, जो पाकिस्तान और रूसी संघ के बीच दीर्घकालिक, मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाने में असमर्थ हैं। बयान में आगे कहा गया कि इसी मीडिया आउटलेट ने इस्लामाबाद स्थित रूसी दूतावास के एक निजी समाचार पत्र में दिए गए बयान को हमारे द्विपक्षीय संबंधों से जोड़ने की बेकार कोशिश की। पाकिस्तानी दूतावास ने कहा कि पाकिस्तान-रूस संबंध आपसी सम्मान, विश्वास और साझा हितों पर आधारित हैं।
हमारे सहयोग इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में आईएसआई के जासूसी नेटवर्क के बारे में जानकारी दी थी। इसमें मामले से परिचित लोगों के हवाले से बताया कि जासूसी विरोधी अभियान में सेंट-पीटर्सबर्क में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया गया, जो सैन्य हेलीकॉप्टर तकनीक और वायु रक्षा प्रणालियों के विकास में इस्तेमाल होने वाले दस्तावेजों और सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टरों से संबंधित दूसरी जानकारी की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था।
एस-400 की तकनीक की तस्करी का प्लान
आईएसआई ने कथित तौर पर रूस में बनी एडवांस वायु रक्षा प्रणाली एस-400 से जड़ु तकनीक तस्करी करने की कोशिश की थी। इस खुलासे की टाइमिंग और भी खास है, जो भारत के ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीने बाद ही हुआ है। रूस में निर्मित S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली ने ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब भारत पांच अतिरिक्त एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों को खरीदने की योजना बना रहा है।
पाकिस्तानी एजेंसी एक उन्नत रूसी सैन्य परिवहन और अटैक हेलीकॉप्टर Mi8AMTShV की तकनीक भी चुराने की कोशिश में थी, जो Mi8AMTSh टर्मिनेटर का एक आधुनिक संस्करण है। पाकिस्तान की नजर रूसी MI8 AMTShV (VA) सैन्य हेलीकॉप्टर पर भी थी, जो ध्रुवीय अभियानों के लिए डिजाइन किया गया एक आर्कटिक संस्करण है।
पाकिस्तानी दूतावास ने जारी किया बयान
दूतावास ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिए एक बयान में कहा कि यह खबर आलोचकों की हताशा को दिखाती है, जो पाकिस्तान और रूसी संघ के बीच दीर्घकालिक, मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाने में असमर्थ हैं। बयान में आगे कहा गया कि इसी मीडिया आउटलेट ने इस्लामाबाद स्थित रूसी दूतावास के एक निजी समाचार पत्र में दिए गए बयान को हमारे द्विपक्षीय संबंधों से जोड़ने की बेकार कोशिश की। पाकिस्तानी दूतावास ने कहा कि पाकिस्तान-रूस संबंध आपसी सम्मान, विश्वास और साझा हितों पर आधारित हैं।
हमारे सहयोग इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में आईएसआई के जासूसी नेटवर्क के बारे में जानकारी दी थी। इसमें मामले से परिचित लोगों के हवाले से बताया कि जासूसी विरोधी अभियान में सेंट-पीटर्सबर्क में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया गया, जो सैन्य हेलीकॉप्टर तकनीक और वायु रक्षा प्रणालियों के विकास में इस्तेमाल होने वाले दस्तावेजों और सैन्य परिवहन हेलीकॉप्टरों से संबंधित दूसरी जानकारी की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था।
एस-400 की तकनीक की तस्करी का प्लान
आईएसआई ने कथित तौर पर रूस में बनी एडवांस वायु रक्षा प्रणाली एस-400 से जड़ु तकनीक तस्करी करने की कोशिश की थी। इस खुलासे की टाइमिंग और भी खास है, जो भारत के ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीने बाद ही हुआ है। रूस में निर्मित S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली ने ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब भारत पांच अतिरिक्त एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों को खरीदने की योजना बना रहा है।
पाकिस्तानी एजेंसी एक उन्नत रूसी सैन्य परिवहन और अटैक हेलीकॉप्टर Mi8AMTShV की तकनीक भी चुराने की कोशिश में थी, जो Mi8AMTSh टर्मिनेटर का एक आधुनिक संस्करण है। पाकिस्तान की नजर रूसी MI8 AMTShV (VA) सैन्य हेलीकॉप्टर पर भी थी, जो ध्रुवीय अभियानों के लिए डिजाइन किया गया एक आर्कटिक संस्करण है।
You may also like

सिर्फ दो मैच खेलकर टीम इंडिया को जिताया वर्ल्ड कप... अब सरकार ने दिया करोड़ों का इनाम, शेफाली वर्मा पर पैसों की बारिश

Namo Bharat Track: रेल की पटरियों के बीच बना बिजली घर! एनसीआरटीसी का 'सोलर ऑन ट्रैक' प्रोजेक्ट, जानें कहां से हुई शुरुआत

बिहार चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ, प्रदेश की जनता का आभार: विजय कुमार चौधरी

ऊंट ने मालिकˈ का सिर जबड़े में फंसा कर तरबूज की तरह तोड़ दिया 10 सेकंड में ही मौत… खौफनाक था मंजर﹒

लाल किले के पास हुए ब्लास्ट पर भड़के संत महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद




