कान्हा जी की छठी का पर्व जन्माष्टी से ठीक 6 दिन बाद मनाया जाता है। इन दिन मिठाई, कढ़ी चावल, पकवान आदि का भोग कान्हा जी को लगाया जाता है। साथ ही घर में पूरी परंपरा के साथ पूजा करने के साथ ही भजन आरती गाकर छठी का उत्सव मनाए। कान्हा जी की छठी के ंमौके पर नंद बाबा बधाई, छठी आज मनाए लल्ला की इस भजन को गाकर लड्डू गोपाल की छठी का उत्सव मनाएं।
लड्डू गोपाल छठी भजन (Nand Baba Badhai Chatti Aaj Manaye Kanha ki) छठी आज मनाएं कान्हा की, मेरे लल्ला की, छठी आज मनाएं लल्ला की...
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की
घर घर माखन मिसरी बांट रहे हैं, अपने लाल के होने पर
आज खुशियों का नहीं ठिकाना, छठी लाल के होने पर
नंद बाबा बधाई आज, हो आज, छठी आज मनाएं लल्ला की
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की
भोले शंकर भी देखने आए, विष्णु के अवतार को।।
माता यशोदा लेकर आई, जग के पालनहार को
देख मगन हो गए हैं शंभु, गोद में लियो उठाए हो।
हुआ जन्म अष्टमी रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
मंगलमय आनंद है छाया, गोकुल के हर घर घर में,
उत्सव का माहौल है छाया नंद गाव के हर घर में,
मेला सा लगा है आज हो आज छठी आज मनाए लल्ला की।
हुआ जन्म अष्टमी रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
नंद के आनंद भयो है,जय कन्हैया लाल की।
मेरी लगी है दरस की आस हो, आस,। छठी आज मनाएं लल्ला की।
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की..
लड्डू गोपाल छठी भजन (Nand Baba Badhai Chatti Aaj Manaye Kanha ki) छठी आज मनाएं कान्हा की, मेरे लल्ला की, छठी आज मनाएं लल्ला की...
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की
घर घर माखन मिसरी बांट रहे हैं, अपने लाल के होने पर
आज खुशियों का नहीं ठिकाना, छठी लाल के होने पर
नंद बाबा बधाई आज, हो आज, छठी आज मनाएं लल्ला की
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की
भोले शंकर भी देखने आए, विष्णु के अवतार को।।
माता यशोदा लेकर आई, जग के पालनहार को
देख मगन हो गए हैं शंभु, गोद में लियो उठाए हो।
हुआ जन्म अष्टमी रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
मंगलमय आनंद है छाया, गोकुल के हर घर घर में,
उत्सव का माहौल है छाया नंद गाव के हर घर में,
मेला सा लगा है आज हो आज छठी आज मनाए लल्ला की।
हुआ जन्म अष्टमी रात, छठी आज मनाएं लल्ला की...
नंद के आनंद भयो है,जय कन्हैया लाल की।
मेरी लगी है दरस की आस हो, आस,। छठी आज मनाएं लल्ला की।
हुआ जन्म अष्टमी रात हो रात, छठी आज मनाएं लल्ला की..
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