सिर्फ एक बार नहीं होती सर्विस
अक्सर देखा गया है कि लोग अपने AC की सर्विस सीजन के शुरूआत में सिर्फ एक बार करवाकर भूल जाते हैं। इसके बाद सर्विस का नंबर सीधा अगले सीजन में आता है। अगर आप भी ऐसी गलती कर रहे हैं, तो आपका AC भी खतरे में है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर जैसी जगह पर भारी मात्रा में गर्मी और प्रदूषण की वजह से AC बहुत जल्दी चोक हो जाते हैं। ऐसे में जब लोग उन्हें लगातार चला कर रखते हैं, तो उनके कम्प्रेसर पर लोड पड़ता है और गरम हवा बाहर निकलने की जगह चोक हो जाने की वजह से ब्लास्ट हो जाता है। एक AC को सीजन की शुरूआत में सर्विस करवाने के बाद हर दो महीने के अंतराल पर सर्विस करना चाहिए। अगर आप मई से सितंबर तक AC चलाते हैं, तो उसे मई और जुलाई में सर्विस कराना चाहिए।
हर 15 दिन में करें सॉफ्ट सर्विस
एक AC की दो तरह की सर्विस होती है। हार्ड सर्विस और सॉफ्ट सर्विस। हार्ड सर्विस उसे कहते हैं जिसके लिए AC को उसकी जगह से हटा कर टेक्नीशियन साफ करते हैं। सॉफ्ट सर्विस उसे कहते हैं जो कि एक आम आदमी खुद से अपने घर में ही कर सकता है। यहां यह बताना जरूरी है कि AC के लिए दोनो ही सर्विस जरूरी होती हैं। सॉफ्ट सर्विस में आप AC का एयर फिल्टर, अंदर और बाहक की कॉइल साफ करते हैं। यह काम हर 15 से 20 दिन के अंतराल पर होना चाहिए। इससे न सिर्फ आपके AC की उम्र बढ़ती है बल्कि ब्लास्ट जैसे खतरों की आशंका भी बेहद कम हो जाती है।
स्टेबलाइजर का इस्तेमाल जरूर करें

कई बार लोग AC के साथ स्टेबलाइजर के इस्तेमाल को तवज्जो नहीं देते। यह एक बड़ी गलती साबित हो सकता है। जैसा कि नाम से बता चलता है स्टेबलाइजर यानी कि स्टेबल करने वाला। एक स्टेबलाइजर आपके AC को स्टेबल रखता है। जब-तब वोलटेज के ऊपर-नीचे होने की वजह से आपके AC पर बहुत लोड पड़ता है और बार-बार ऐसा लोड झेलने के लिहाज से कम्प्रेसर एक नाजुक चीज है। ऐसे में AC ब्लास्ट के केस सामने आते हैं। अगर आप भी AC के साथ स्टेबलाइजर इस्तेमाल न करने की गलती कर रहे हैं, तो इसे फॉरन सुधार लें।
छांव में लगवाएं AC
AC लगवाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि उसे ऐसी जगह न लगाया जाए जहां सीधी धूप आती हो। अक्सर लोग स्प्लिट AC के साथ यह गलती करते हैं। स्प्लिट AC की आउटर यूनिट को लोग छत पर या घरों के डक्टिंग एरिया में लगवा देते हैं। यह दोनों ही जगह AC का वो हिस्सा लगवाने के लिहाज से खतरनाक है जिसमें कम्प्रेसर लगा होता है। दरअसल AC जब चलता है, तो काफी गर्म हो जाता है। ऐसे में अगर उस पर जून-जुलाई की गर्मी की चिलचिलाती धूप पड़ेगी तो उसकी गर्मी कई सौ गुणा बढ़ जाएगी। ऐसे में AC में ब्लास्ट हो जाना आम बात हो जाती है। इसी तरह AC के कम्प्रेसर वाले पार्ट को संकरी जगह में भी न लगवाएं। अगर AC को अपनी गर्मी बाहर निकालने की जगह नहीं मिलेगी, तो उसके ब्लास्ट होने के चांस काफी बढ़ जाएंंगे।
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