पटना: बिहार में एनडीए के भीतर असंतोष की अटकलों को केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने खारिज कर दिया है। उधर कांग्रेस ने चिराग पासवान की दलित पहचान का मुद्दा उठाया है। चिराग पासवान ने विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है और कहा है कि उनकी बिहार सरकार की आलोचना जनता के प्रति सच्ची चिंता से प्रेरित है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपराध नियंत्रण में आ गया है और विपक्ष एनडीए में दरार पैदा करना चाहता है।
चिराग पर फिर क्यों उठे सवाल?
सीतामढ़ी में जानकी मंदिर के शिलान्यास समारोह में चिराग पासवान की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाए गए थे। विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने इस अनुपस्थिति को गठबंधन में एक बड़ी दरार का संकेत बताया था। उनका कहना था कि पासवान को जानबूझकर दरकिनार किया जा रहा है। इसी पर चिराग पासवान ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वो सीतामढ़ी में थे लेकिन खराब मौसम के कारण कार्यक्रम पहले ही स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद उनका पटना में एक कार्यक्रम पहले से तय था। बारिश और जाम के कारण जब तक वो सीतामढ़ी पहुंचे, तब तक कार्यक्रम खत्म हो गया था।'
कांग्रेस ने क्या कहा था, जानिए
कांग्रेस के प्रवक्ता ज्ञानरंजन गुप्ता ने आरोप लगाया था कि चिराग पासवान को समारोह से बाहर रखने का कारण उनकी दलित पहचान थी। उन्होंने राम मंदिर उद्घाटन के समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित न किए जाने का भी उदाहरण दिया। लेकिन चिराग ने जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। लोजपा (रामविलास) नेता ने कहा कि उनके अतीत के कारण ऐसी अटकलें बहुत आसानी से लगाई जा रही हैं। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय उन्होंने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था।
2025 में 2020 नहीं होगा- चिराग
चिराग पासवान ने कहा कि 2020 में जो हुआ वो इस बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बिल्कुल नहीं होगा। उन्होंने जाहिर तौर पर 2020 में JDU को नुकसान पहुंचाने वाली बात का जवाब दिया। दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग की पार्टी ने एनडीए से अलग होकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था और 134 उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि उस दौरान उनकी पार्टी केवल एक ही सीट जीत पाई थी, लेकिन कई निर्वाचन क्षेत्रों में जेडीयू की सीटों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की थी। चिराग पासवान ने कहा कि आरजेडी पिछले चुनाव में इसीलिए राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन पाई थी, क्योंकि वो एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़े थे।
मुझे मेरे CM पर पूरा भरोसा- चिराग
चिराग ने कहा कि अगर NDA 2025 की तरह 2020 में एकजुट रहता तो राजद सीटों के मामले में दहाई के आंकड़े पर ही सिमट जाता। चिराग ने दावा किया कि राजद सिर्फ उन्हीं सीटों पर जीता, जहां चिराग की पार्टी ने चुनाव लड़ा। चिराग पासवान ने कहा कि वो बिहार सरकार की जो आलोचना कर रहे हैं, वह किसी विद्रोह से संबंधित नहीं है बल्कि बिहार की जनता के प्रति सच्ची चिंता से प्रेरित है। चिराग ने कहा कि इन अपराधों के बाद पुलिस ने भी दिखा दिया है कि उसमें कितना ज्यादा दम है। अब अपराधियों पर पुलिस हावी हो रही है। उन्होंने कहा 'मुझे मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है। लोगों ने ऐसे ही उन्हें सुशासन बाबू का नाम नहीं दिया है।'
चिराग पर फिर क्यों उठे सवाल?
सीतामढ़ी में जानकी मंदिर के शिलान्यास समारोह में चिराग पासवान की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाए गए थे। विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने इस अनुपस्थिति को गठबंधन में एक बड़ी दरार का संकेत बताया था। उनका कहना था कि पासवान को जानबूझकर दरकिनार किया जा रहा है। इसी पर चिराग पासवान ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वो सीतामढ़ी में थे लेकिन खराब मौसम के कारण कार्यक्रम पहले ही स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद उनका पटना में एक कार्यक्रम पहले से तय था। बारिश और जाम के कारण जब तक वो सीतामढ़ी पहुंचे, तब तक कार्यक्रम खत्म हो गया था।'
कांग्रेस ने क्या कहा था, जानिए
कांग्रेस के प्रवक्ता ज्ञानरंजन गुप्ता ने आरोप लगाया था कि चिराग पासवान को समारोह से बाहर रखने का कारण उनकी दलित पहचान थी। उन्होंने राम मंदिर उद्घाटन के समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित न किए जाने का भी उदाहरण दिया। लेकिन चिराग ने जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। लोजपा (रामविलास) नेता ने कहा कि उनके अतीत के कारण ऐसी अटकलें बहुत आसानी से लगाई जा रही हैं। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय उन्होंने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था।
2025 में 2020 नहीं होगा- चिराग
चिराग पासवान ने कहा कि 2020 में जो हुआ वो इस बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बिल्कुल नहीं होगा। उन्होंने जाहिर तौर पर 2020 में JDU को नुकसान पहुंचाने वाली बात का जवाब दिया। दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग की पार्टी ने एनडीए से अलग होकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था और 134 उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि उस दौरान उनकी पार्टी केवल एक ही सीट जीत पाई थी, लेकिन कई निर्वाचन क्षेत्रों में जेडीयू की सीटों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की थी। चिराग पासवान ने कहा कि आरजेडी पिछले चुनाव में इसीलिए राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन पाई थी, क्योंकि वो एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़े थे।
मुझे मेरे CM पर पूरा भरोसा- चिराग
चिराग ने कहा कि अगर NDA 2025 की तरह 2020 में एकजुट रहता तो राजद सीटों के मामले में दहाई के आंकड़े पर ही सिमट जाता। चिराग ने दावा किया कि राजद सिर्फ उन्हीं सीटों पर जीता, जहां चिराग की पार्टी ने चुनाव लड़ा। चिराग पासवान ने कहा कि वो बिहार सरकार की जो आलोचना कर रहे हैं, वह किसी विद्रोह से संबंधित नहीं है बल्कि बिहार की जनता के प्रति सच्ची चिंता से प्रेरित है। चिराग ने कहा कि इन अपराधों के बाद पुलिस ने भी दिखा दिया है कि उसमें कितना ज्यादा दम है। अब अपराधियों पर पुलिस हावी हो रही है। उन्होंने कहा 'मुझे मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है। लोगों ने ऐसे ही उन्हें सुशासन बाबू का नाम नहीं दिया है।'
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