झालावाड़: राजस्थान के झालावाड़ नगर परिषद में करप्शन का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ACB की टीम ने नगर परिषद के बाबू और दलाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में नगर परिषद के सभापति संजय शुक्ला भी आरोपी बनाए गए हैं। बताया जा रहा है कि सभापति और बीजेपी नेता संजय शुक्ला इस मामले के सामने आने के बाद फरार हैं। बताया जा रहा है कि शुक्ला ने पट्टे की एक फाइल पर साइन करने की एवज में ₹50000 रिश्वत के मांगे थे। एसीबी ने ट्रेप की कार्रवाई करते हुए कनिष्ठ सहायक और उसका एक दलाल ₹30000 की रिश्वत उससे कहे अनुसार लेने पर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिए हैं।
एसीबी को मिली लोकेशन, अब फोन बंद
बताया जा रहा है कि झालावाड़ से गायब होकर फरार हुए सभापति की एसीबी को पहले लोकेशन कोटा रोड मुकुंदरा टाइगर रिजर्व दरा के आसपास मिली। फिर दूसरी लोकेशन मंडाना के आसपास मिली। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद है और उसकी कोई लोकेशन अब नहीं मिल पा रही। एडिशनल एसपी प्रेरणा शेखावत ने कहा आरोपी संजय शुक्ला सभापति फरार हो गया है। उसकी एसीबी की टीम तलाश कर रही है। लास्ट लोकेशन मंडाना के आसपास मिली। लेकिन उसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा।
सत्यापन में साफ हुआ सभापति ने मांगी थी रिश्वत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि झालावाड़ एसीबी चौकी को परिवादी ने 21 जुलाई को शिकायत दी थी। मुण्डेरी गांव में उसकी जमीन है। जिसका खसरा नंबर 380 है, को पर्यटन ईकाई भवन (मोटेल) में कन्वर्जन पट्टा की फाइल नगर परिषद झालावाड़ में पिछले चार सालों से पेंडिंग है, जिसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी उसके नाम है। जिसकी 90 क कार्यवाही सहित आयुक्त के हस्ताक्षर व समस्त राशि जमा करवा रखी है, जिस पर पट्टा जारी करने के लिये नगर परिषद सभापति संजय शुक्ला के हस्ताक्षर होना बाकी है। उक्त फाइल पर हस्ताक्षर के लिये परिवादी सभापति संजय शुक्ला से मिला। शुक्ला ने हस्ताक्षर करने के लिये 50,000/- रुपये की मांग की।
इस पर रिश्वत मांग का सत्यापन कराने पर परिवादी के हाथा जोड़ी करने पर आरोपी सभापति संजय शुक्ला ने 40,000/- रुपये कागज पर लिखकर परिवादी को बताया। परन्तु परिवादी ने सभापति से कहा कि मैं 30,000/- रूपये ही दूंगा। इस पर सभापति ने आरोपी कनिष्ठ सहायक आकाश से मिलने के लिये कहां। परिवादी फिर आरोपी आकाश कलोसियां से मिला, तो उसने कहां कि मेरे पास सभापति का कॉल आया था, उन्होंने 40,000/-रूपये की कहां है, मैं सभापति संजय शुक्ला से पूछकर उनके बताए अनुसार व्यक्ति को रुपये दिलवाउंगा। परिवादी ने कार्यालय में पेश किए सबूत के अनुसार, रिश्वत मांग का सत्यापन प्रमाणित पाया।
आरोपी के घर की तलाशी की कार्रवाई जारी
आज 4 अगस्त को एसीबी ने ट्रेप कार्यवाही की। कोटा रेंज कोटा के उप महानिरीक्षक पुलिस आनन्द शर्मा द्वितीय एसीबी जयपुर के सुपरविजन में एसीबी झालावाड़ चौकी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रेरणा शेखावत ने मय टीम के कार्यवाही करते हुए आरोपी सभापति संजय शुक्ला के लिए कनिष्ठ सहायक आकाश कलोसियां और दलाल अजय कुमार रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ और आरोपी के घर की तलाशी की कार्रवाई जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
एसीबी को मिली लोकेशन, अब फोन बंद
बताया जा रहा है कि झालावाड़ से गायब होकर फरार हुए सभापति की एसीबी को पहले लोकेशन कोटा रोड मुकुंदरा टाइगर रिजर्व दरा के आसपास मिली। फिर दूसरी लोकेशन मंडाना के आसपास मिली। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद है और उसकी कोई लोकेशन अब नहीं मिल पा रही। एडिशनल एसपी प्रेरणा शेखावत ने कहा आरोपी संजय शुक्ला सभापति फरार हो गया है। उसकी एसीबी की टीम तलाश कर रही है। लास्ट लोकेशन मंडाना के आसपास मिली। लेकिन उसके बाद उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा।
सत्यापन में साफ हुआ सभापति ने मांगी थी रिश्वत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि झालावाड़ एसीबी चौकी को परिवादी ने 21 जुलाई को शिकायत दी थी। मुण्डेरी गांव में उसकी जमीन है। जिसका खसरा नंबर 380 है, को पर्यटन ईकाई भवन (मोटेल) में कन्वर्जन पट्टा की फाइल नगर परिषद झालावाड़ में पिछले चार सालों से पेंडिंग है, जिसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी उसके नाम है। जिसकी 90 क कार्यवाही सहित आयुक्त के हस्ताक्षर व समस्त राशि जमा करवा रखी है, जिस पर पट्टा जारी करने के लिये नगर परिषद सभापति संजय शुक्ला के हस्ताक्षर होना बाकी है। उक्त फाइल पर हस्ताक्षर के लिये परिवादी सभापति संजय शुक्ला से मिला। शुक्ला ने हस्ताक्षर करने के लिये 50,000/- रुपये की मांग की।
इस पर रिश्वत मांग का सत्यापन कराने पर परिवादी के हाथा जोड़ी करने पर आरोपी सभापति संजय शुक्ला ने 40,000/- रुपये कागज पर लिखकर परिवादी को बताया। परन्तु परिवादी ने सभापति से कहा कि मैं 30,000/- रूपये ही दूंगा। इस पर सभापति ने आरोपी कनिष्ठ सहायक आकाश से मिलने के लिये कहां। परिवादी फिर आरोपी आकाश कलोसियां से मिला, तो उसने कहां कि मेरे पास सभापति का कॉल आया था, उन्होंने 40,000/-रूपये की कहां है, मैं सभापति संजय शुक्ला से पूछकर उनके बताए अनुसार व्यक्ति को रुपये दिलवाउंगा। परिवादी ने कार्यालय में पेश किए सबूत के अनुसार, रिश्वत मांग का सत्यापन प्रमाणित पाया।
आरोपी के घर की तलाशी की कार्रवाई जारी
आज 4 अगस्त को एसीबी ने ट्रेप कार्यवाही की। कोटा रेंज कोटा के उप महानिरीक्षक पुलिस आनन्द शर्मा द्वितीय एसीबी जयपुर के सुपरविजन में एसीबी झालावाड़ चौकी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रेरणा शेखावत ने मय टीम के कार्यवाही करते हुए आरोपी सभापति संजय शुक्ला के लिए कनिष्ठ सहायक आकाश कलोसियां और दलाल अजय कुमार रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ और आरोपी के घर की तलाशी की कार्रवाई जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।
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