अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्रसूता को एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ाने के गंभीर मामले में कार्रवाई हुई है। घटना का वीडियो और शिकायत सामने आने के बाद उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने तत्काल संज्ञान लेते हुए स्टाफ नर्स को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जो 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि लखनऊ स्थित सीएचसी काकोरी में स्टाफ नर्स की लापरवाही से प्रसूता को एक्सपायर ग्लूकोज चढ़ाने संबंधी वायरल प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की गई है। संबंधित नर्स को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और निष्पक्ष जांच के लिए त्रिसदस्यीय समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर दोषी कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बताते चलें कि काकोरी के नरौना गांव की रहने वाली काजोल को शनिवार को प्रसव पीड़ा के कारण काकोरी सीएचसी में भर्ती कराया गया था। सुबह करीब 11 बजे उसका सिजेरियन ऑपरेशन हुआ था। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद उसे जो ग्लूकोज की बोतल चढ़ाई गई, वो एक्सपायरी थी। जिसके बाद रविवार तड़के प्रसूता की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि ग्लूकोज चढ़ाने के बाद उसके मुंह से झाग निकलने लगा था।
घबराए परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और डायल-112 पर सूचना दे दी। स्टाफ ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद पीड़िता को केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल रेफर किया गया, जहां फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। वहीं परिजनों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज करा दी। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने तुरंत जांच टीम गठित कर दी। जांच अधिकारियों ने सीएचसी पहुंचकर ड्यूटी पर तैनात नर्स शांति देवी, डॉ. सोमा जैन और डॉ. अरविंद के बयान लिए गए।
वहीं प्रारंभिक जांच के बाद नर्स शांति देवी को काकोरी सीएचसी से हटाकर बेहटा सीएचसी में ट्रांसफर कर दिया गया है। जबकि बाकी दोनों डॉक्टरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। लेकिन अब डिप्टी सीएम के हस्तक्षेप के बाद सख्त कार्रवाई की संभावना है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि लखनऊ स्थित सीएचसी काकोरी में स्टाफ नर्स की लापरवाही से प्रसूता को एक्सपायर ग्लूकोज चढ़ाने संबंधी वायरल प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की गई है। संबंधित नर्स को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और निष्पक्ष जांच के लिए त्रिसदस्यीय समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर दोषी कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बताते चलें कि काकोरी के नरौना गांव की रहने वाली काजोल को शनिवार को प्रसव पीड़ा के कारण काकोरी सीएचसी में भर्ती कराया गया था। सुबह करीब 11 बजे उसका सिजेरियन ऑपरेशन हुआ था। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद उसे जो ग्लूकोज की बोतल चढ़ाई गई, वो एक्सपायरी थी। जिसके बाद रविवार तड़के प्रसूता की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि ग्लूकोज चढ़ाने के बाद उसके मुंह से झाग निकलने लगा था।
घबराए परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और डायल-112 पर सूचना दे दी। स्टाफ ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद पीड़िता को केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल रेफर किया गया, जहां फिलहाल उसका इलाज चल रहा है। वहीं परिजनों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज करा दी। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने तुरंत जांच टीम गठित कर दी। जांच अधिकारियों ने सीएचसी पहुंचकर ड्यूटी पर तैनात नर्स शांति देवी, डॉ. सोमा जैन और डॉ. अरविंद के बयान लिए गए।
वहीं प्रारंभिक जांच के बाद नर्स शांति देवी को काकोरी सीएचसी से हटाकर बेहटा सीएचसी में ट्रांसफर कर दिया गया है। जबकि बाकी दोनों डॉक्टरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। लेकिन अब डिप्टी सीएम के हस्तक्षेप के बाद सख्त कार्रवाई की संभावना है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
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