बड़वानी: एमपी में बीते कई दिनों से भारी बारिश के चलते अब लैंडस्लाइड की घटना भी सामने आने लगी है। बड़वानी जिले से नजदीक तोरणमाल हिल स्टेशन जाने वाले मार्ग पर शनिवार को भूस्खलन हो गया और पहाड़ का एक हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा। बड़ी और भारी चट्टाने व मलबा गिरने से एमपी-महाराष्ट्र मार्ग बंद हो गया।
एमपी-महाराष्ट्र सीमा पर स्थित हिल स्टेशन तोरणमाल इलाके में बीते कई दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश के चलते अब यहां पर भूस्खलन की घटना सामने आई है। जानकारी अनुसार शनिवार को यहां अचानक तेज आवाज के साथ पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर मुख्य सड़क पर आ गिरा। पहाड़ से भारी-भरकम चट्टानें, मलबे के साथ जमीन पर गिरीं और पूरा रास्ता ब्लॉक हो गया।
गनीमत रही कोई वाहन नहीं था, हादसा टल गया
लैंडस्लाइड के दौरान सड़क पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक से पहाड़ से तेज आवाज आई और चट्टानें भरभराकर नीचे आ गईं। गनीमत रही कि भूस्खलन के समय सड़क पर वहां कोई वाहन नहीं था, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। वाहन तो चकनाचूर हो जाते। चट्टानों के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं थी। कई घंटों बाद स्थानीय प्रशासन ने चट्टानें-मलबा हटाकर रास्ता खुलवाया।
एक हफ्ते में दो बार हो गया भूस्खलन
बड़वानी से तोरणमाल जाने वाले लोगों का कहना है कि भारी बारिश से यहां लैंड स्लाइड जैसी घटनाएं अब बड़ रही हैं। एक हफ्ते में शनिवार को दूसरी दफा पहाड़ से भूस्खन हुआ है। तीन दिन पहले भी तोरमाल में ऐसी ही स्थिति बनी थी, उस समय भी चट्टानें सड़क पर गिरी थीं और मार्ग बंद हो गया था। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों सहित लोगों से तोरणमाल हिल स्टेशन की तरफ फिलहाल यात्रा न करने की सलाह दी है। इस इलाके में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
एमपी-महाराष्ट्र सीमा पर स्थित हिल स्टेशन तोरणमाल इलाके में बीते कई दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश के चलते अब यहां पर भूस्खलन की घटना सामने आई है। जानकारी अनुसार शनिवार को यहां अचानक तेज आवाज के साथ पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर मुख्य सड़क पर आ गिरा। पहाड़ से भारी-भरकम चट्टानें, मलबे के साथ जमीन पर गिरीं और पूरा रास्ता ब्लॉक हो गया।
गनीमत रही कोई वाहन नहीं था, हादसा टल गया
लैंडस्लाइड के दौरान सड़क पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक से पहाड़ से तेज आवाज आई और चट्टानें भरभराकर नीचे आ गईं। गनीमत रही कि भूस्खलन के समय सड़क पर वहां कोई वाहन नहीं था, अन्यथा बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। वाहन तो चकनाचूर हो जाते। चट्टानों के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं थी। कई घंटों बाद स्थानीय प्रशासन ने चट्टानें-मलबा हटाकर रास्ता खुलवाया।
एक हफ्ते में दो बार हो गया भूस्खलन
बड़वानी से तोरणमाल जाने वाले लोगों का कहना है कि भारी बारिश से यहां लैंड स्लाइड जैसी घटनाएं अब बड़ रही हैं। एक हफ्ते में शनिवार को दूसरी दफा पहाड़ से भूस्खन हुआ है। तीन दिन पहले भी तोरमाल में ऐसी ही स्थिति बनी थी, उस समय भी चट्टानें सड़क पर गिरी थीं और मार्ग बंद हो गया था। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों सहित लोगों से तोरणमाल हिल स्टेशन की तरफ फिलहाल यात्रा न करने की सलाह दी है। इस इलाके में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
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