बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास एक संवेदनशील प्रक्रिया है, जो केवल पौष्टिक भोजन से ही संतुलित रह सकता है। लेकिन आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, फास्ट फूड की लत और पोषणहीन खानपान की वजह से बच्चों में विटामिन्स की कमी तेजी से बढ़ रही है, जो आगे चलकर उनकी इम्युनिटी, हड्डियों की मजबूती और मानसिक विकास पर बुरा असर डाल सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि बच्चों के बढ़ते शरीर को पांच मुख्य विटामिन्स की नियमित आवश्यकता होती है – विटामिन A, B-complex, C, D और E। इनकी कमी से शरीर कई तरह के संकेत देता है, जिन्हें समय रहते पहचानना जरूरी है।
क्यों ज़रूरी हैं विटामिन्स बच्चों के लिए?
विटामिन्स न सिर्फ शरीर के अंदरूनी अंगों को सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं, बल्कि बच्चों की हाइट, वजन, आंखों की रोशनी, त्वचा, मस्तिष्क, और इम्युनिटी को भी मजबूत बनाते हैं।
बढ़ते बच्चों के लिए जरूरी ये 5 विटामिन्स
1. विटामिन A
फायदे: आंखों की रोशनी, त्वचा और इम्युनिटी को मजबूत बनाता है।
स्त्रोत: गाजर, शकरकंद, पपीता, दूध, अंडा।
2. विटामिन B-complex
फायदे: मस्तिष्क और स्नायु तंत्र के विकास में मददगार।
स्त्रोत: साबुत अनाज, दालें, हरी सब्जियां, अंडे, दूध, केला।
3. विटामिन C
फायदे: संक्रमण से बचाता है, त्वचा और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है।
स्त्रोत: आंवला, नींबू, संतरा, टमाटर, अमरूद।
4. विटामिन D
फायदे: हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है, कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है।
स्त्रोत: सुबह की धूप, अंडा, मछली, फोर्टिफाइड दूध और अनाज।
5. विटामिन E
फायदे: त्वचा, बाल और कोशिकाओं की रक्षा करता है।
स्त्रोत: बादाम, सूरजमुखी के बीज, पालक, मूंगफली का तेल।
विटामिन्स की कमी के 4 प्रमुख संकेत
1. बार-बार बीमार पड़ना या थकावट
कमजोर इम्युनिटी की वजह से बच्चा बार-बार सर्दी-जुकाम या अन्य संक्रमण से ग्रस्त रहता है।
2. रूखी त्वचा और बालों का गिरना
त्वचा की चमक फीकी होना और बालों का कमजोर होना विटामिन E और B की कमी का संकेत हो सकता है।
3. हड्डियों में दर्द या टेढ़ापन
विटामिन D की कमी से रिकेट्स जैसी हड्डियों की बीमारियां हो सकती हैं, जिसमें बच्चे की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
4. ध्यान न लगना और चिड़चिड़ापन
विटामिन B और D की कमी मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकती है, जिससे बच्चा चिड़चिड़ा और ध्यान भटकाने वाला हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
“बच्चों में अक्सर पोषण की अनदेखी हो जाती है क्योंकि हम केवल पेट भरने पर ध्यान देते हैं, पोषण पर नहीं। हर माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चे की डाइट में सभी आवश्यक विटामिन्स का ध्यान रखें।”
क्या करें माता-पिता?
घर का बना संतुलित भोजन दें
जंक फूड और शुगर का सेवन कम कराएं
बच्चे को रोज़ाना थोड़ी देर धूप में खेलने दें
ज़रूरत हो तो डॉक्टर से मल्टीविटामिन की सलाह लें
साल में एक बार विटामिन लेवल की जांच कराना भी बेहतर विकल्प है
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