नई दिल्ली, 29 अप्रैल . इस वर्ष देशभर में अक्षय तृतीया का पर्व बुधवार, 30 अप्रैल को मनाया जाएगा. यह दिन विशेष रूप से मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है और इस दिन सोने, चांदी के आभूषण खरीदने का विशेष महत्व है. अक्षय तृतीया के दिन सुबह और शाम के समय कुछ विशेष मुहूर्त होते हैं, जो इस दिन के महत्व को और बढ़ाते हैं. कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि इस दिन सुबह 9 बजकर 9 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा, वहीं शाम को 8:13 बजे से 10:57 बजे तक एक और शुभ मुहूर्त रहेगा.
उन्होंने कहा कि इस दौरान आभूषणों की खरीदारी और अन्य मांगलिक कार्य करना शुभ होता है. अक्षय तृतीया के दिन विशेष रूप से भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जाती है. इस दिन को लेकर विभिन्न धार्मिक मान्यताएं प्रचलित हैं. पीठाधीश्वर सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था, जिससे यह दिन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. इसके साथ ही इस दिन भगवान कृष्ण ने अपने परम मित्र सुदामा को अपनी सम्पूर्ण संपत्ति दी थी और मां अन्नपूर्णा का जन्म भी इसी दिन हुआ था. इसी दिन कुबेर और महालक्ष्मी का पूजन भी किया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करने से घर में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है.
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से इस दिन सोने, चांदी और बर्तनों की खरीदारी की जाती है. अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में ये खरीदारी करने से पूरे वर्ष घर में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती. इस दिन घर को स्वच्छ करके विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है, ताकि घर में खुशहाली और समृद्धि बनी रहे. इसके साथ ही इस दिन विवाह, संपत्ति की खरीदारी और अन्य मांगलिक कार्यों का भी महत्व है.
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