Car Tips and Tricks: कार में परफ्यूम (या एयर फ्रेशनर) लगाना आजकल कार ओनर्स के बीच बेहद कॉमन हो गया है. हालांकि इनके कुछ बड़े नुकसान हैं, जिनके बारे में अगर जाने बगैर आप इन्हें अपनी कार के केबिन में इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको ये खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए.
1. कार के परफ्यूम में छिपे हानिकारक रसायन
कार में इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकांश परफ्यूम या एयर फ्रेशनर सिंथेटिक सुगंध और कई प्रकार के रसायनों का मिश्रण होते हैं. इनमें अक्सर फेथलेट्स (Phthalates) और वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (Volatile Organic Compounds – VOCs) जैसे तत्व पाए जाते हैं. जब कार बंद होती है, खासकर गर्मी के दिनों में, तो ये रसायन हवा में तेजी से वाष्पित (vaporize) होते हैं और केबिन की हवा में जमा हो जाते हैं. दुर्भाग्य से, कई उपभोक्ता कार की दुर्गंध को छिपाने की जल्दी में इन अदृश्य रासायनिक खतरों की अनदेखी कर देते हैं, जो लंबे समय में उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है.
2. सांस संबंधी गंभीर खतरे
इन रसायनों के लगातार संपर्क में रहने से श्वसन (Respiratory) संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं. सिंथेटिक सुगंधें संवेदनशील लोगों में सांस की नली में जलन पैदा कर सकती हैं, जिससे छींक आना, नाक बहना और आंखों में पानी आने जैसी एलर्जी हो सकती है. जो लोग पहले से ही अस्थमा (Asthma) या क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं, उनके लिए यह जोखिम और भी बढ़ जाता है. कार के भीतर, जहाँ हवा का आवागमन सीमित होता है, ये संकेंद्रित (concentrated) रसायन फेफड़ों पर सीधे बुरा असर डाल सकते हैं.
3. सिरदर्द, माइग्रेन और अन्य शारीरिक समस्याएं
कार में परफ्यूम की तेज और लगातार गंध न्यूरोलॉजिकल प्रभाव भी डाल सकती है. कई लोगों को परफ्यूम की कृत्रिम सुगंध के कारण गंभीर सिरदर्द या माइग्रेन के दौरे पड़ सकते हैं. इसके अलावा, कुछ परफ्यूम में मौजूद रसायन त्वचा पर चकत्ते (Rashes), खुजली या जलन (Irritation) पैदा करके स्किन एलर्जी या यहाँ तक कि कॉस्मेटिक कॉन्टैक्ट एक्जिमा का कारण भी बन सकते हैं. यह समस्या कार के सीमित और गर्म वातावरण में और भी बढ़ जाती है, जहाँ रसायन सीधे त्वचा और हवा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं.
4. सुरक्षा और जागरूकता की अनदेखी
इन स्वास्थ्य जोखिमों के अलावा, कुछ अल्कोहल-आधारित एयर फ्रेशनर उच्च तापमान पर आग लगने या ज्वलनशील (flammable) होने का खतरा भी पैदा कर सकते हैं, हालाँकि यह एक दुर्लभ जोखिम है. कुल मिलाकर, कार में दुर्गंध को दूर करने के लिए परफ्यूम का इस्तेमाल करना एक ऐसी आम गलती है जो लाखों लोग अनजाने में कर रहे हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि कृत्रिम फ्रेशनर के बजाय कार के भीतर हवा को शुद्ध करने के लिए प्राकृतिक वेंटिलेशन, कार के फिल्टर को बदलने या एसेंशियल ऑयल्स का सीमित उपयोग करना एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प हो सकता है.
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