प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग का निधन सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान एक दुर्घटना में हुआ। इस दुखद समाचार की पुष्टि नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के एक प्रतिनिधि ने की। उनके प्रशंसकों ने उनके अचानक निधन पर शोक व्यक्त किया है।
संगीत जगत की प्रतिक्रियाएँ
गायक पापोन ने जुबीन गर्ग के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "यह बहुत चौंकाने वाला है! एक पीढ़ी की आवाज़! बहुत जल्दी चला गया। शब्दों की कमी है! एक दोस्त और भाई खो दिया। एक बड़ा खालीपन। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा हूँ।"
अन्य कलाकारों की संवेदनाएँ
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अरमान मलिक ने भी कहा, "यह असली नहीं लगता। बहुत दुखद। हमारे संगीत जगत के लिए यह एक बड़ा नुकसान है। जुबीन दा की आत्मा को शांति मिले।"
संगीतकारों की संवेदनाएँ

संगीतकार प्रीतम ने कहा, "जुबीन गर्ग का निधन एक भयानक और दुखद समाचार है। अभी भी इसे स्वीकार करने की कोशिश कर रहा हूँ। मेरी गहरी संवेदनाएँ गरिमा और उनके परिवार के लिए। ओम शांति।"
अभिनेता की संवेदनाएँ
अभिनेता आदिल हुसैन ने भी शोक व्यक्त किया और लिखा, "जुबीन गर्ग के अचानक निधन की खबर से मैं बहुत दुखी हूँ। असम संगीत और संस्कृति में उनका योगदान अद्वितीय है। उनकी आवाज़ हमेशा हमारे बीच जीवित रहेगी।"
दुर्घटना का विवरण
नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के प्रतिनिधि अनुज कुमार बोरुआ ने मीडिया से कहा, "जुबीन गर्ग के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ। स्कूबा डाइविंग के दौरान उन्हें सांस लेने में कठिनाई हुई और उन्हें तुरंत सीपीआर दिया गया। उन्हें सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें आईसीयू में 2:30 बजे मृत घोषित कर दिया गया।"
जुबीन गर्ग का करियर
जुबीन ने 1992 में एक पेशेवर गायक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और अपना पहला एल्बम 'अनामिका' जारी किया। 1993 में उन्होंने 'तुमि जुनु परिबा हुन' और 'तुमि जुनाकी हबाख' गाने रिकॉर्ड किए। 1995 में मुंबई जाने से पहले उन्होंने अपना पहला बिहू एल्बम 'उजन पीरिती' जारी किया। 2006 में फिल्म 'गैंगस्टर' के गाने 'या अली' से उन्हें बड़ा ब्रेक मिला।
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