AI चैटबॉट ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI भारत में एक बड़ा डेटा सेंटर बनाने की तैयारी कर रही है, जिसकी क्षमता कम से कम 1 गीगावाट होगी। ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। हालांकि, OpenAI की ओर से ऑफिशियल तौर पर इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
कंपनी ने अगस्त में कहा था कि वह इस साल के आखिर तक नई दिल्ली में अपना पहला ऑफिस खोलेगी, ताकि वह भारत जैसे बड़े और तेजी से बढ़ते मार्केट में अपने काम को और बढ़ा सके।
भारत में बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहा OpenAI
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, OpenAI भारत में जो बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहा है, वह एशिया में उसके 'स्टारगेट' नाम के AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) प्रोजेक्ट के लिए एक अहम कदम हो सकता है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि यह डेटा सेंटर भारत में कहां बनेगा और कब शुरू होगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन सितंबर में जब भारत आएंगे, तब वह इस प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं।
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव का संकेत
यह कदम भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत भी हो सकता है। जिस तरह सरकार ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे अभियानों को आगे बढ़ा रही है, ऐसे में OpenAI जैसी ग्लोबल टेक कंपनी की भागीदारी देश में टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट और रोजगार के नए अवसरों को जन्म दे सकती है। एक्सपर्ट का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर बनने से देश की क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमताएं भी मजबूत होंगी और लोकल स्टार्टअप्स व कंपनियों को भी इससे काफी फायदा मिलेगा।
ट्रंप ने 'स्टारगेट' नाम से बड़े AI प्रोजेक्ट की घोषणा की थी
जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'स्टारगेट' नाम के एक बड़े AI प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। इसमें प्राइवेट कंपनियों की तरफ से करीब 500 बिलियन डॉलर (लगभग 41 लाख करोड़ रुपए) का निवेश किया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट को सॉफ्टबैंक, OpenAI और ओरेकल जैसी कंपनियां मिलकर फंड कर रही हैं।
कंपनी ने अगस्त में कहा था कि वह इस साल के आखिर तक नई दिल्ली में अपना पहला ऑफिस खोलेगी, ताकि वह भारत जैसे बड़े और तेजी से बढ़ते मार्केट में अपने काम को और बढ़ा सके।
भारत में बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहा OpenAI
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, OpenAI भारत में जो बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहा है, वह एशिया में उसके 'स्टारगेट' नाम के AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) प्रोजेक्ट के लिए एक अहम कदम हो सकता है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि यह डेटा सेंटर भारत में कहां बनेगा और कब शुरू होगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन सितंबर में जब भारत आएंगे, तब वह इस प्रोजेक्ट की घोषणा कर सकते हैं।
भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव का संकेत
यह कदम भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत भी हो सकता है। जिस तरह सरकार ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे अभियानों को आगे बढ़ा रही है, ऐसे में OpenAI जैसी ग्लोबल टेक कंपनी की भागीदारी देश में टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट और रोजगार के नए अवसरों को जन्म दे सकती है। एक्सपर्ट का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर बनने से देश की क्लाउड कंप्यूटिंग क्षमताएं भी मजबूत होंगी और लोकल स्टार्टअप्स व कंपनियों को भी इससे काफी फायदा मिलेगा।
ट्रंप ने 'स्टारगेट' नाम से बड़े AI प्रोजेक्ट की घोषणा की थी
जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'स्टारगेट' नाम के एक बड़े AI प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। इसमें प्राइवेट कंपनियों की तरफ से करीब 500 बिलियन डॉलर (लगभग 41 लाख करोड़ रुपए) का निवेश किया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट को सॉफ्टबैंक, OpenAI और ओरेकल जैसी कंपनियां मिलकर फंड कर रही हैं।
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