झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन का निधन हो गया है.
यह जानकारी उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी है.
हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, "आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं. आज मैं शून्य हो गया हूँ."
शिबू सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक थे और लंबे समय तक पार्टी के अध्यक्ष रहे. उन्होंने तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य किया. इसके अलावा वह संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा के भी सदस्य रहे.
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झारखंड के संथाल आदिवासी समुदाय में जन्मे शिबू सोरेन का बचपन संघर्ष से भरा था.
1973 में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया, जिसका उद्देश्य बिहार के जंगल और आदिवासी इलाक़ों से अलग झारखंड राज्य बनाना था. लगभग तीन दशकों के संघर्ष के बाद उनका उद्देश्य साल 2000 में हासिल हुआ था.
1980 से 2019 तक दुमका सीट से चुनाव जीतकर सात बार लोकसभा पहुंचे थे. 2019 में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोरेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.
इसके अलावा वह तीन बार साल 2005, 2008-09 और फिर 2009-10 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे.
राज्य से इतर केंद्र की यूपीए सरकार में भी उन्होंने बतौर मंत्री काम किया.
स्वास्थ्य कारणों से धीरे-धीरे उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली थी और उनके उत्तराधिकारी के रूप में बेटे हेमंत सोरेन ने पार्टी संबंधी कार्यों की ज़िम्मेदारी संभाली थी.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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