BBC/Shahnawaz Ahmad ओसामा शहाब सिवान के विधानसभा क्षेत्र रघुनाथपुर से आरजेडी के उम्मीदवार हैं सिवान के रघुनाथपुर के पंजवार गांव का एक टोला. दिन 24 अक्तूबर का है. शाम ढल रही है और तीन बजे से ओसामा शहाब के इंतज़ार में बैठे लोग उकता गए हैं. महिलाओं को शाम का चूल्हा और जानवरों को चारा डालना है. लेकिन वो इस उम्मीद में बैठी हुई हैं कि उनके टोले में कुछ 'होने' वाला है.
रविदास जाति के इस टोले में समूह में बैठी महिलाओं में से एक मीना देवी कहती हैं, "जब आएगा तो मालूम चलेगा कि कौन आ रहा है? अभी तक तो मालूम नहीं कौन आ रहा है. बस चावल मिलता है. ग़रीब आदमी को कुछ नहीं मिलता."
शाम साढ़े पांच बजे के आसपास गुलाबी कुर्ते में ओसामा यहां अपनी महंगी गाड़ियों के साथ पहुंचते हैं. ओसामा सिवान के पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे हैं.
31 साल के ओसामा सिवान के विधानसभा क्षेत्र रघुनाथपुर से आरजेडी के उम्मीदवार हैं. ओसामा के साथ निवर्तमान विधायक हरिशंकर यादव हैं.
ओसामा मीडिया से बात नहीं करते. उनके एक कार्यकर्ता दिनेश यादव ने बीबीसी से कहा, "वो मीडिया से बात नहीं करते. आप लोगों से बात करेंगे और उनके मुंह से कुछ उल्टा-सीधा निकल गया तो मामला गड़बड़ा जाएगा."
ओसामा 31 साल के हैं. स्थानीय स्तर पर लोग और कुछ पत्रकार भी कहते रहे हैं कि उन्होंने लंदन से वकालत की पढ़ाई की है.
लेकिन ओसामा की ओर से दाखिल एफ़िडेविट के मुताबिक वो दसवीं पास हैं.
एफ़िडेविट में उन्होंने ख़ुद को समाजसेवी और अपनी पत्नी को एमबीबीएस और हाउसवाइफ़ लिखा है.
एफ़िडेविट के मुताबिक ओसामा पर दो आपराधिक केस पेंडिंग हैं जिनमें से एक हुसैनगंज थाने में और दूसरा पूर्वी चंपारण ज़िले के मोतिहारी टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज है.
सिवान ज़िला बिहार के पश्चिमी भाग में स्थित है. सिवान लोकसभा के अंदर आठ विधानसभा क्षेत्र हैं- जीरादेई, सिवान, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा, बड़हरिया, गोरेयाकोठी और महाराजगंज.
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू की विजयलक्ष्मी देवी ने शहाबुद्दीन की पत्नी और निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब को 92,857 वोटों से हराया था. इस चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी तीसरे नंबर पर रहे थे.
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BBC/Shahnawaz Ahmad विकास कुमार सिंह उर्फ जीशु सिंह को जेडीयू ने यहां से मैदान में उतारा है साल 2024 में सिवान लोकसभा चुनाव में सिर्फ़ रघुनाथपुर विधानसभा ही वो क्षेत्र था जहां आरजेडी को जेडीयू पर बढ़त मिली थी.
इस विधानसभा में हुसैनगंज का प्रतापपुर गांव शहाबुद्दीन परिवार का पैतृक स्थान है. रघुनाथपुर सीट से निवर्तमान विधायक हरिशंकर यादव हैं, जिनको शहाबुद्दीन की सिफ़ारिश पर ही टिकट मिला था.
यही वजह है कि उन्होंने बेहिचक ये सीट ओसामा शहाब को लड़ने के लिए दी और उनके लिए प्रचार कर रहे हैं.
इन्हीं समीकरणों की वजह से ऐसा माना जा रहा है कि यादव, राजपूत और मुस्लिम बहुल इस सीट को ओसामा का राजनीतिक करियर शुरू करने के लिए चुना गया है.
इस सीट पर ओसामा का मुक़ाबला जेडीयू के विकास कुमार सिंह उर्फ़ जीशु सिंह से है.
48 साल के जीशु सिंह, नीतीश कुमार के साथ समता पार्टी के वक़्त से हैं. पेशे से व्यवसायी जीशु सिंह रघुनाथपुर में सभाएं कर रहे हैं.
उन सभाओं में वो 'शहाबुद्दीन की समानांतर सरकार' के बारे में लोगों को बार-बार याद दिला रहे हैं. उनके आस-पास बैठे लोग उनको सुनते हैं और कभी-कभी हामी में सिर हिलाते हैं.
जीशु सिंह बीबीसी से कहते हैं, "ओसामा विरासत की बदौलत आतंक की राजनीति करते हैं. वो एके 47 के साथ पैदा हुए हैं. पहले सिवान में फैशन था कि लोग बंदूक की नली गाड़ी से निकालकर चला करते थे लेकिन नीतीश सरकार ने इस आतंकराज से सिवान को मुक्त कराया."
उन्होंने कहा, "अब लोग दोबारा वैसा ख़ौफ़ नहीं चाहते. वो हमारे पक्ष में वोट करेंगे. हमको लग ही नहीं रहा कि मेरे लिए कोई चुनौती है. विकास की राजनीति आतंक पर भारी पड़ेगी."
'सौ शहाबुद्दीन भी बाल बांका नहीं कर सकते'
BBC/Shahnawaz Ahmad केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिवान में एक जनसभा में कहा कि सौ शहाबुद्दीन भी अब उनका बाल बांका नहीं कर सकते. शहाबुद्दीन परिवार को लेकर सिवान के मतदाताओं की राय दो ध्रुवों पर है- यानी या तो उनके धुर विरोधी हैं या फ़िर उनके समर्थक.
साल 2021 में कोविड महामारी के दौरान शहाबुद्दीन की मौत हो गई थी लेकिन वो अब भी यहां प्रासंगिक बने हुए हैं. शहाबुद्दीन 1992 से 2004 के बीच चार बार सिवान के सांसद चुने गए. उनकी पत्नी हेना शहाब यहां से 2009 से 2024 के बीच चार बार आरजेडी और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं.
24 अक्तूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब सिवान में एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में सभा करने आए तो उन्होंने शहाबुद्दीन का संदर्भ लेते हुए ओसामा को निशाना बनाया.
अमित शाह ने कहा, "शहाबुद्दीन के बेटे को रघुनाथपुर से लालू ने फिर से टिकट देने का काम किया है. लेकिन मैं सिवानवालों से कहने आया हूं कि अब नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार का राज है. सौ शहाबुद्दीन आ जाएं किसी का बाल बांका नहीं हो सकता. सिवान वालों इसी भूमि से लालू-राबड़ी को जवाब दो. ओसामा को नहीं जीतने देंगे, शहाबुद्दीन की विचारधारा को नहीं जीतने देंगे."
शहाबुद्दीन से भावनात्मक लगाव रखने वाले आज भी उन्हें 'एमपी साहब' के तौर पर याद करते हैं.
इनमें से एक अख़्तर साई बीबीसी न्यूज़ हिन्दी से कहते हैं, "एमपी साहब का बेटा ही अच्छा होगा. एमपी साहब ने ही हम लोगों की देखभाल की. वो आकर पूछते थे. आजकल तो नेता जीत जाते हैं तो लौटकर वापस भी नहीं आते. नीतीश कुमार ने हमारे लिए कुछ नहीं किया, लेकिन एमपी साहब का बेटा करेगा."
रघुनाथपुर में आरजेडी से हरिशंकर यादव साल 2015 और 2020 में चुने गए. स्थानीय लोग निवर्तमान विधायक से नाराज़ हैं लेकिन विधायक को लेकर एंटी इनकमबैंसी ओसामा के ख़िलाफ़ जाती नहीं दिखती.
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BBC/Shahnawaz Ahmad ओसामा शहाब, सिवान के पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे हैं. ओसामा सिवान की रघुनाथपुर सीट से आरजेडी के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. नन्हे हुसैन कहते हैं, "एमपी साहब के बेटे को ही इस बार लाएंगे. पूरे बिहार में बदलाव लाना है. पब्लिक को क्या चाहिए, सिर्फ़ रोड चाहिए, सस्ता सामान चाहिए. नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया."
ओसामा के पैतृक गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही हुसैनगंज बाज़ार है. यहां बेहद संकरी गलियां हैं, बेहद खस्ताहाल सड़कें, धूल से घिरा आसमान, बाज़ार में लगने वाला दमघोंटू जाम यहां रोज़ाना का किस्सा है.
यहां के एक युवक जफर अली बीबीसी न्यूज़ हिन्दी से कहते हैं, "रोड की क्वालिटी यहां देख लीजिए. एयर क्वालिटी देख लीजिए. यही यहां का मुद्दा है. हम तो जब से पैदा हुए तब से ऐसी ही रोड देखी. नेता आएंगे, चार लोगों के साथ घूम जाएंगे और फिर वापस लौटकर नहीं आएंगे."
बिहार की भोजपुरी भाषी बेल्ट के इस हिस्से के नौजवान फ़िल्म तकनीक का विकास भी चाहते हैं.
नौजवान जगन्नाथ राम भोजपुरी फ़िल्मों में एडिटिंग का काम करते हैं.
वो कहते हैं, "यहां बहुत सारे लड़के हैं जो बहुत क्रिएटिव हैं. लेकिन हमें कोई भी काम करने के लिए दिल्ली, मुंबई, गोरखपुर, लखनऊ जाना पड़ता है. सरकार यहां व्यवस्था कर देगी तो हमारे किराए का कमरा लेने, आने-जाने में जो हमारा पैसा खर्च होता है बचेगा और हमें यहीं रोजगार मिलेगा."
वहीं, रघुनाथपुर के मतदाता मोहन राम चाहते हैं, "हमें जंगली जानवर से मुक्ति चाहिए. हमारी सारी फसलों को नीलगाय बर्बाद कर देती है. नेताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए."
सिवान ज़िले में 6 नवंबर को मतदान होना है. बीते लोकसभा चुनाव से आरजेडी से दूर हुआ शहाबुद्दीन परिवार फिर से आरजेडी के करीब आया है. देखना होगा कि आरजेडी का साथ ओसामा को जीत दिला पाता है या नहीं?
और क्या ओसामा अपने परिवार में हार (हेना शहाब को चार बार लगातार मिली हार) का सिलसिला तोड़ सकेंगे?
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.
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