Next Story
Newszop

नरेश मीणा के धरने पर लोकनृत्य से गूंजा मंच! पंच पटेल के कन्हैया दंगल से भजनलाल सरकार को मिला करारा , देखे वायरल क्लिप

Send Push

राजस्थान की राजनीति इन दिनों एक बार फिर गरमा गई है। नरेश मीणा के धरने ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई है बल्कि आम लोगों का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है। धरने के बीच हुआ शानदार लोकनृत्य और पंच पटेल का कन्हैया दंगल से दिया गया संदेश अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। इसे लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों खेमों में बयानबाजी तेज हो गई है।

धरना स्थल पर माहौल सामान्य विरोध से कहीं ज्यादा अलग रहा। यहां सिर्फ राजनीतिक भाषण या नारों तक ही बात सीमित नहीं रही, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का भी जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला। लोक कलाकारों ने राजस्थानी लोकनृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। इस प्रदर्शन ने धरने को सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक रंग भी दे दिया। जनता में इसका असर साफ तौर पर दिखा और सोशल मीडिया पर वीडियो जमकर शेयर किए जाने लगे।

इसी बीच पंच पटेल का कन्हैया दंगल से आया बयान चर्चा का केंद्र बन गया। भजनलाल सरकार को सीधे निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि जनता अब जाग चुकी है और उसकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। यह संदेश धरने के मंच से नहीं बल्कि दंगल के मंच से दिया गया, जिससे आम लोगों तक इसका प्रभाव और गहरा हुआ। भजनलाल सरकार पर उन्होंने भ्रष्टाचार और जनहित की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए।

धरने में शामिल लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि जनता के धैर्य का प्रतीक है। नरेश मीणा की अगुवाई में हो रहा यह आंदोलन आम लोगों की समस्याओं को सामने लाने का प्रयास है। खास बात यह है कि इसमें राजनीति के साथ-साथ कला और संस्कृति का जो संगम दिखा, उसने इसे अलग पहचान दी।

सोशल मीडिया पर लोकनृत्य और पंच पटेल का बयान वायरल होते ही राजनीतिक हलकों में हलचल और तेज हो गई। विपक्ष ने इसे जनता की नाराजगी की अभिव्यक्ति बताया, वहीं सत्तापक्ष ने इसे सिर्फ राजनीतिक नौटंकी करार दिया। हालांकि, धरने में उमड़ी भीड़ और आम लोगों का उत्साह यह दिखाने के लिए काफी था कि आंदोलन ने जनता के दिलों को छू लिया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नरेश मीणा ने इस धरने के जरिए न सिर्फ अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है बल्कि यह भी साबित किया है कि जनता की नब्ज पकड़ने में वे माहिर हैं। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और आम आदमी की भागीदारी ने इस धरने को अलग ऊंचाई दी है। वहीं पंच पटेल का बयान भजनलाल सरकार के लिए आने वाले समय में चुनौती साबित हो सकता है।

Loving Newspoint? Download the app now