बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एक साथ सक्रिय हुए चक्रवाती तंत्रों के असर से राजस्थान के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राज्य के दक्षिण-पूर्वी और पूर्वी हिस्सों में सोमवार को सुबह से ही बादल छाए रहे, वहीं कई जिलों में देर रात से बारिश और बूंदाबांदी का दौर जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक इस स्थिति के बने रहने की संभावना जताई है।
कोटा में रविवार देर रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हल्की से मध्यम वर्षा के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और मौसम सुहावना बना हुआ है। सड़कों पर जगह-जगह पानी जमा होने से यातायात की गति भी प्रभावित हुई। कोटा के ग्रामीण इलाकों में किसानों ने बताया कि यह बारिश रबी की फसलों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है, क्योंकि मिट्टी में नमी बनी रहेगी।
सवाई माधोपुर में सोमवार अलसुबह हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे तापमान में करीब 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। सुबह के समय हवा में ठंडक घुल गई और लोगों ने गर्म कपड़ों का सहारा लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे समय बाद मौसम इतना खुशनुमा हुआ है। वहीं, रणथंभौर क्षेत्र में हल्के कोहरे और फुहारों के बीच पर्यटकों ने वन्यजीवों को निहारने का आनंद उठाया।
चित्तौड़गढ़ जिले में भी देर रात से बूंदाबांदी का सिलसिला जारी है। शहर और आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहने से दिनभर धूप नहीं निकली। किसानों ने बताया कि अगर बारिश अधिक नहीं होती तो यह फसलों के लिए वरदान साबित होगी, लेकिन अधिक वर्षा होने पर नुकसान की आशंका भी बनी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र और अरब सागर में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण दोनों मिलकर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। इन दोनों सिस्टमों के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का असर देखने को मिल सकता है। विभाग ने मंगलवार तक प्रदेश के दक्षिणी और पूर्वी जिलों—कोटा, बारां, झालावाड़, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर—में मेघ गर्जना के साथ वर्षा की संभावना जताई है।
जयपुर स्थित मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन चक्रवाती गतिविधियों के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और अगले दो दिनों तक ठंडी हवाएँ चलेंगी। इसके बाद मौसम फिर से साफ होने की संभावना है।
वहीं, कोटा और आस-पास के क्षेत्रों में लोगों ने सोशल मीडिया पर बारिश की तस्वीरें साझा करते हुए मौसम की इस बदलती मिजाज को लेकर खुशी जताई। शहर के कुछ इलाकों में सुबह-सुबह बच्चों ने बारिश में खेलते हुए भी आनंद लिया।
कुल मिलाकर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठे चक्रवातों ने राजस्थान में मौसम का रुख पूरी तरह बदल दिया है। हल्की बारिश ने न केवल गर्मी और उमस से राहत दी है, बल्कि किसानों के चेहरों पर भी मुस्कान ला दी है।
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