राजस्थान में ईसरदा बांध का दायरा बढ़ेगा। जल संसाधन विभाग ने इसके दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें 39 गाँवों की भूमि का अधिग्रहण शामिल होगा। इससे बांध की क्षमता इसकी वर्तमान क्षमता 10.77 टीएमसी से लगभग तीन गुना बढ़ जाएगी। दूसरे चरण में, बांध को 262 आरएल मीटर की ऊँचाई तक भरा जाएगा। इस परियोजना पर लगभग ₹1,500 करोड़ खर्च होने का अनुमान है।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार, भूमि अधिग्रहण से पहले प्रभावित गाँवों में सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण कराया जाएगा। नियमों के अनुसार, 80 प्रतिशत प्रभावित परिवारों की सहमति आवश्यक होगी। सरकार का दावा है कि पुनर्वास और मुआवज़ा नीति लोगों के हितों का पूरा ध्यान रखेगी। ईसरदा बांध का पहला चरण पहले ही पूरा हो चुका है, जिसकी भराव क्षमता 91.4 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीयूएम) है। टोंक, पीपलू, उनियारा और चौथकाबरवाड़ा में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। प्रभावित गाँवों के साथ चर्चा की जाएगी।
पेयजल आपूर्ति
यह बांध दौसा जिले के 1,079 गाँवों और पाँच कस्बों तथा सवाई माधोपुर जिले के 177 गाँवों और एक कस्बे को पेयजल आपूर्ति करेगा। इससे लगभग 35.13 लाख की आबादी को पेयजल उपलब्ध होगा।
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